गढ़वा(GADHWA):आज हमारा देश भले चांद पर पहुंच गया है, पूरा देश 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प ले रहा हैं लेकिन आजादी के बाद भी गढ़वा जिला के बंशीधर अंतर्गत नगर प्रखंड क्षेत्र के कुंबा में गरीब परिवार को शुद्ध पेयजल नसीब नही हो रहा है.गढ़वा जिले का नगर उंटारी प्रखंड का कुंबा पंचायत के अमरसरई गांव के देवनगरी और पचफेडी टोला और इस गांव में रहनेवाले भुइया परिवार सूखे नदी में चुवाड़ी खोदकर पानी पानी पीने को मजबूर है. इस टोले पर 30-35 परिवार निवास करते हैं,लेकिन इनको पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है.
कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या का नहीं हुआ समाधान
वहीं घर के आसपास पानी का कोई साधन नहीं होने की वजह से घर से आधा किलोमीटर दूर नदी जाकर चुवाडी खोदते है. उसमे जमा पानी को बर्तन में भरकर घर लाते हैं, उसी पानी से स्नान, बर्तन धोने, खाना बनाने से लेकर पीने का काम चलाते हैं.पानी लेने नदी पहुंची महिलाओं का दर्द देखकर दुख होता है.दर्द बयां करती महिलाओं ने बताया कि अपना दुखड़ा सुनाते सुनाते थक गए है, मुखिया सहित अन्य जनप्रतिनिधियों से कई बार फरियाद किया, लेकिन हमारे दर्द को किसी ने कम करने कोशिश नहीं की. चुनाव के वक्त वोट लेने के लिए हमे सपने दिखाए जाते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई सुध लेने वाला नही है.
पढ़ें ग्रामीणों ने क्या कहा
गांव की महिला ने अपना दुखड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि हमलोग नगीं के पानी के लिए चुआं खोदते है, और पानी का इंतजाम करते है.इसी पानी से नहाते है, खाना भी बना लेते है और पीते भी इसको ही है.स पानी को पीने से कई बार बच्चे बड़े बीमार पड़ जाते है.कम गर्मी में चुआं से पानी मिलता है, लेकिन गर्मी बढ़ते ही यहां भी पानी नहीं आता है.
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