धनबाद(DHANBAD): वह भी एक समय था, जब एके राय, शिबू सोरेन, विनोद बिहारी महतो जैसे दिग्गज भी चुनाव हार गए थे. यह अलग बात है कि उस समय झारखंड नहीं बना था. झारखंड उस समय बिहार में शामिल था, झारखंड के खाते में आज जो 14 लोकसभा सीट आई है, उन सभी सीटों पर कांग्रेस ने एकतरफा जीत दर्ज की थी और यह 1984 का लोकसभा चुनाव था. इस चुनाव में शिबू सोरेन, विनोद बिहारी महतो, एके राय, भुवनेश्वर प्रसाद मेहता जैसे दिग्गज भी चुनाव हार गए थे. कांग्रेस की एकतरफा जीत हुई थी. यह चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुआ था. राजमहल, गोड्डा , दुमका, चतरा , गिरिडीह, धनबाद, हजारीबाग, रांची, जमशेदपुर, सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा, पलामू और कोडरमा सीट से कांग्रेस की जीत हुई थी. राजमहल से कांग्रेस के सेठ हेंब्रम चुनाव जीते थे. तो गोड्डा से कांग्रेस के समीनुद्दीन चुनाव में विजई रहे. उन्होंने भाजपा के फाल्गुनी प्रसाद यादव को पराजित किया था. दुमका से पृथ्वी चंद्र किस्कु कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन को पराजित किया था. चतरा से कांग्रेस के योगेश्वर प्रसाद योगेश, चुनाव जीते थे. उन्होंने सुखदेव प्रसाद वर्मा को हराया था.
धनबाद से शंकर दयाल सिंह चुनाव जीते थे
गिरिडीह से सरफराज अहमद कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में जीते थे और उन्होंने विनोद बिहारी महतो को पराजित किया था. धनबाद से एके राय को हराकर कांग्रेस के शंकर दयाल सिंह चुनाव जीते थे. हजारीबाग से कांग्रेस के दामोदर पांडे चुनाव जीते थे. रांची से कांग्रेस के शिव प्रसाद साहू ने भाजपा के रामटहल चौधरी को पराजित किया था. जमशेदपुर से कांग्रेस के गोपेश्वर चुनाव में विजई रहे थे. सिंघभूम से बागुन सुंबराई चुनाव जीते. खूंटी से सिमोन तिग्गा विजई रहे थे. लोहरदगा से सुमित उरांव चुनाव जीते थे. पलामू से कांग्रेस की कमला कुमारी चुनाव जीती थी जबकि कोडरमा से कांग्रेस के तिलकधारी सिंह विजई रहे थे. यही 14 लोकसभा सीट आज झारखंड में है. 2019 के चुनाव में 11 पर भाजपा ने जीत दर्ज की जबकि एक पर भाजपा गठबंधन ने चुनाव जीता. एक पर कांग्रेस और एक पर ही झारखंड मुक्ति मोर्चा का विजय पताका लहरा पाया था.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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