कोयलांचल में शुक्रवार का दिन कोयला चोरी पर चर्चा, हंगामे और अवैध कोयला जब्ती के नाम रहा,जानिए कब और कहां क्या क्या हुआ


धनबाद(DHANBAD): शुक्रवार का दिन कोयलांचल में हंगामे, कोयला चोरी पर चर्चा और चोरी के कोयले की जब्ती के नाम रहा. इधर, महामहिम मंच से कोयले को राष्ट्रीय धरोहर बताते हुए अवैध खनन रोकने का आह्वान कर रहे थे ,तो उसी वक्त धनबाद जिला खनन विभाग की टीम जीटी रोड पर लगभग 400 टन कोयले के अवैध खेप को जब्त कर रही थी. धनबाद जिले में यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. इसके साथ ही स्पष्ट हो गया है कि कोयलांचल से कोयले की चोरी कर एक संगठित गिरोह फर्जी कागजात पर बाहर की मंडियों में बेधड़क भेज रहा है. सिर्फ अवैध उत्खनन ही नहीं हो रहा है, कोयला भेजने की भी पूरी व्यवस्था तस्करों ने कर रखी है. शुक्रवार को जिला खनन विभाग की टीम ने जो 13 ट्रकों को जब्त किया ,यह ट्रके जीटी रोड पर राजगंज के महेशपुर के समीप एक पेट्रोल पंप के पास रोड से पकड़े गए. 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.जब ट्रकों को राजगंज पुलिस के हवाले कर दिया गया है. इस छापेमारी में कई थानों की पुलिस के साथ जिला बल को भी लगाया गया था. जानकारी के अनुसार यह कच्चा कोयला जिले में कुकुरमुत्ता की तरह संचालित अवैध कोयला डिपो से उठाकर ले जाया जा रहा था.
सूत्र बताते हैं कि विभिन्न कोलियरी और डिपो से कोयला उठाकर ट्रकों को पहले सिक्स लेन पर राजगंज स्थित एक पेट्रोल पंप के समीप खड़ा किया जाता है, यही ट्रकों को पासिंग कोड, डिस्को पेपर उपलब्ध कराए जाते हैं. इसके बाद ट्रक अपने गंतव्य की ओर चले जाते हैं, लेकिन शुक्रवार को अचानक खनन विभाग की नींद टूटी और यह मामला पकड़ में आ गया. शुक्रवार को महामहिम भी धनबाद में थे. उन्होंने कोयला अधिकारियों का आह्वान किया की अवैध खनन रोकना देश हित में जरूरी है, इसे हर हाल में रोका जाना चाहिए.
शुक्रवार को ही झरिया में सिंह मेंशन और रघुकुल समर्थकों के बीच हुए खूनी संघर्ष में मारे गए निरंजन तांती का शव झरिया पहुंचा. लोगों ने बीच सड़क पर शव को रखकर नारेबाजी की. झरिया पुलिस, झरिया की विधायक आंदोलनकारियों के निशाने पर थे. टायर जलाकर सड़क जाम कर दी गई थी. घंटों प्रयास के बाद सड़क जाम हटा और लोग आने जाने लगे. पुलिस ने रघुकुल समर्थक श्याम बाबू धिक्कार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. अन्य सभी आरोपी फरार हैं. लेकिन प्राथमिकी के ढंग और तरीकों को लेकर भी झरिया पुलिस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं .महामहिम से भी इस मामले की शुक्रवार को शिकायत की गई है. देखना है यह मामला कहां जाकर ठहरता है और झरिया धनबाद की राजनीति किस ओर मुड़ती है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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