धनबाद(DHANBAD): बहुचर्चित पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में जेल में बंद झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह ने कोर्ट में आवेदन देकर सराय ढेला गुरुकृपा शोरूम के समीप लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देने की मांग की है. सोमवार को संजीव सिंह के अधिवक्ता ने इससे संबंधित आवेदन कोर्ट में दिया. नीरज सिंह पूर्व विधायक के चचेरे भाई थे. संजीव सिंह फिलहाल नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के आरोप में पिछले 5 वर्षों से जेल में बंद हैं.
संजीव सिंह के अधिवक्ता ने कोर्ट में कहा है कि अभियोजन ने यह दावा किया है कि 21 मार्च 2017 को घटना के बाद शाम 7 बजे गुरुकृपा शोरूम के समीप पिंटू सिंह के साथ बाइक पर संजीव सिंह हथियार लेकर जा रहे थे. गुरु कृपा के सामने ही उन्होंने अभिषेक सिंह को रोककर कहा था कि तुम्हारे भाई को हम लोगों ने मार दिया है अब तुम्हारी बारी है. अभिषेक के इस बयान की जांच के लिए पुलिस ने गुरुकृपा शोरूम के पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को जब्त किया था. डीवीआर भी पुलिस साथ ले गई थी. जांच अधिकारी ने फुटेज लेने की बात कोर्ट में स्वीकार की है. जांच अधिकारी कह चुके हैं कि फुटेज में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है. अधिवक्ता ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सबूत का जिक्र केस डायरी में किया है, जबकि इस महत्वपूर्ण बात को डायरी में छिपा दिया गया है कि शोरूम के सीसीटीवी फुटेज में उन्हें कोई सबूत नहीं मिले.
अधिवक्ता ने कहा है कि यदि संजीव सिंह घटनास्थल पर होते और अभिषेक सिंह को धमकी देते तो निश्चित रूप से सीसीटीवी कैमरे में कैद होते. कोर्ट ने अभियोजन पक्ष को इस पर प्रत्युत्तर दायर करने को कहा है. तबीयत खराब होने के कारण सोमवार को भी संजीव सिंह को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया. 21 मार्च 2017 को नीरज सिंह की सरायकेला में अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी. उनके साथ चल रहे 3 लोग भी इस घटना में मारे गए थे. हत्या की साजिश रचने का आरोप पूर्व विधायक संजीव सिंह पर लगाया गया. उसके बाद से ही संजीव सिंह धनबाद जेल में बंद है. अभी हाल ही में उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें धनबाद के SNMMCH में भर्ती कराया गया था. इलाज के बाद फिर वह धनबाद जेल भेज दिए गए थे.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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