धनबाद(DHANBAD): कुछ दिन पहले तक साथ- साथ थे, लेकिन बुधवार को झरिया के चांदमारी लोडिंग पॉइंट पर एक दूसरे के खिलाफ बंदूक ताने खड़े थे. एक दूसरे पर पत्थर बरसा रहे थे. गोलियां चला रहे थे. जी हां, बुधवार को चांदमारी लोडिंग पॉइंट पर जनता मजदूर संघ, कुंती गुट और रागिनी सिंह के जनता श्रमिक संघ के लोग एक दूसरे के खून के प्यासे बने हुए थे.
धनबाद के इतिहास में पहली बार सिंह मेंशन के ही दो गुट आमने सामने
दरअसल चांदमारी लोडिंग पॉइंट पर फिलहाल दो गुट काम कर रहा है. एक गुट है संयुक्त मोर्चा का तो दूसरा गुट है जनता श्रमिक संघ का. संयुक्त मोर्चा में अन्य यूनियनों के साथ जनता मजदूर संघ, बच्चा गुट और जनता मजदूर संघ, कुंती गुट भी शामिल है. जबकि जनता श्रमिक संघ संयुक्त मोर्चा से अलग है. बुधवार को लोडिंग पॉइंट पर संयुक्त मोर्चा और जनता श्रमिक संघ के लोग आमने-सामने थे. धनबाद के इतिहास में पहली बार सिंह मेंशन के ही दो गुट आमने सामने दिखे. हालांकि जनता श्रमिक संघ के गठन के बाद से ही अंदाजा लगाया जा रहा था कि ऐसी स्थिति कभी न कभी पैदा होगी.और हो ही गई,और ऐसी हुई कि पुलिस को नाकों चने चबाने पड़े.
पूरा मामला
नवगठित जनता श्रमिक संघ में जनता मजदूर संघ के लोग ही शामिल हुए हैं. जनता श्रमिक संघ की देखरेख भाजपा नेत्री रागिनी सिंह करती हैं, जबकि जनता मजदूर संघ, कुंती गुट के महामंत्री सिद्धार्थ गौतम हैं. बुधवार को कोल डंप पर दोनों संगठन के समर्थक एक दूसरे के खिलाफ खड़े थे. इसके पहले तक दोनों यूनियन के समर्थक किसी भी मुद्दे पर एक साथ खड़े रहते थे. जनता श्रमिक संघ की मांग है कि चांदमारी लोडिंग पॉइंट पर 50% काम जनता श्रमिक संघ के लोगों को दिया जाए. हालांकि प्रबंधन ने यूनियनों की सहमति के बाद से ही लोडिंग शुरू कराई थी लेकिन उसमें जनता श्रमिक संघ को विश्वास में नहीं लिया था. नतीजा हुआ कि कल लोडिंग शुरू होते ही बवाल मच गया. पिछले 3 वर्षों से यहां लोडिंग का काम बंद था. बुधवार को लोडिंग शुरू होते ही संयुक्त मोर्चा और जनता श्रमिक संघ के बीच संघर्ष हो गया. दोनों ओर से मारपीट और पत्थरबाजी हुई. दर्जनों राउंड फायरिंग की गई. घटना की सूचना जंगल की आग की तरह फैली. पांच थानों की पुलिस भागी भागी चांदमारी कोल डंप पर पहुंची. पुलिस ने घटनास्थल से 7 खोखे बरामद किए हैं. दोनों गुट के समर्थक एक दूसरे के खून के प्यासे थे. ताबड़तोड़ फायरिंग की जा रही थी. वैसे लोडिंग पॉइंट पर वर्चस्व के लिए ऐसी घटनाएं कोयलांचल के लिए कोई नई बात नहीं है. लेकिन बुधवार की घटना इसलिए खास हो गई है कि एक ही परिवार की दो यूनियन के लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए थे .हालांकि विवाद के बाद प्रबंधन ने लोडिंग का काम रोक दिया है और जनता श्रमिक संघ के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया है.
जनता मजदूर संघ फिलहाल 3 गुटों में कर रहा काम
सूर्यदेव सिंह गठित जनता मजदूर संघ फिलहाल 3 गुटों में काम कर रहा है .एक जनता मजदूर संघ ,कुंती गुट है तो दूसरा जनता मजदूर संघ, बच्चा गुट है. तीसरा जनता श्रमिक संघ का अभी हाल ही में गठन हुआ है. यह गठन पूर्व विधायक संजीव सिंह के समर्थकों ने किया है. संजीव सिंह फिलहाल जेल में हैं और यूनियन की देखरेख उनकी पत्नी भाजपा नेत्री रागिनी सिंह करती हैं. देखना है प्रबंधन के साथ बातचीत का नतीजा क्या निकलता है. मामला रुक जाता है या फिर आन की लड़ाई बन कर खून बहाता है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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