टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- हेमत के गिरफ्तार होने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर चंपई सोरेन ने शपथ ली . इसके बाद उन्हें बहुमत साबित करने की चनौती है. लेकिन, सीधे-साधे और सरल दिखने वाले चंपई सोरेन अभी से ही एक्शन में दिखे और ताबड़तोड़ फैसले लेते दिखाई पड़े. उन्होंने शपथ लेने के बाद झारखंड कैबिनेट की अहम बैठक बुलाई और कई अहम फैसले लेकर चौका दिया .
राजीव रंजन बनें महाधिवक्ता
कैबिनेट की बैठक में राजीव रंजन को चंपई सोरेन सरकार में महाधिवक्ता बनाने पर मुहर लगी. कैबिनेट बैठक के बाद चंपई ने ये भी एक फैसला लिया कि , जो पूर्व में बजट सत्र बुलाया गया था, उसे रद्द करने का निर्णय लिया गया. उन्होंने बताया कि बजट सत्र का नया कार्यक्रम जल्द तय किया जाएगा. ध्यान रहे पहले 9 फरवरी को बजट सत्र शुरु होने वाला था.
विनय चौबे बने प्रधान सचिव
वही, मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे को बनाया गया है. इसे लेकर कार्मिक विभाग की ओर से अधिसूचना भी जारी किर दी गई. मालूम हो कि विनय कुमार चौबे तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भी प्रधान सचिव थे. गुरुवार को ही उन्होने इस्तीफा दे दिया था.
आपको बता दे झारखंड के नये मुख्यमंत्री चंपई सोरेन मुख्यमंत्री पद का शपथ लेने के बाद रांची के बिरसा चौक पहुंचे और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया . मीडिया से बात करते हुए चंपई सोरेन ने बताया कि हेमंत सोरेन के अधूरे कामों को आगे बढ़ायेंगे और राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भी शामिल होंगे. उन्होंने हेमंत सोरेन के बारे में बताया कि वे हमारी पार्टी के नेता हैं. जो राज्य के विकास के लिए कई योजनाएं शुरु की और इंसाफ के लिए अपनी लड़ाई में सफल होंगे.
बहुमत साबित करने की चुनौती
चंपई सोरेन सरकार के सामने अगली चुनौती 5 तारीख को बहुमत साबित करने की है. इससे पहले अपनी कैबिनेट बैठक में ही ये दर्शा दिया कि किसी भी फैसले को लेने से वो हिचकने वाले नहीं हैं. अभी जेएमएम और कांग्रेस के विधायक निजामों के शहर हैदराबाद गये हुए हैं. डर इस बात की है कि कही उनकी एकता में कोई सेंधमारी न हो जाए और किसी तरह की खलल बहुमत साबित करने में न पड़े. चंपई सोरेन ने साफ संकेत दिया कि उनकी महागठबंधन की सरकार बिना किसी रुकावट के चलते रहेगी और विपक्ष को करारा जवाब देगी.
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