रांची (RANCHI) : झारखंड में मनिलांड्रिंग का मशीन माने जाने वाले विष्णु अग्रवाल ने एक बार फिर से ईडी के समक्ष पेशी से इंकार कर दिया है. कभी स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर ईडी ऑफिस में पेश होने से बचते है. दरअसल ईडी ने अधिकारियों ने उन्हों आज समन भेज कर ईडी ऑफिस हाजिर होने का आदेश दिया था. लेकिन इस बार विष्णु अग्रवाल ने घर में पूजा-पाठ का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए. साथ ही उनके द्वारा एक बार फिर से समय देने की मांग की गयी थी. जिसके बाद ईडी ने फिर से समन जारी करते हुए 31 जुलाई को हाजिर होने का आदेश जारी किया है.
बताते चले कि 21 जून 2023 ईडी के अधिकारी विष्णु अग्रवाल से पूछताछ कर चुके है. जिसमें विष्णु अग्रवाल सवालों का जवाब नहीं दे पाए थे. वह बार-बार इस पूरे मामले से खुद को अलग बता रहे थे. लेकिन जो साक्ष्य ईडी के पास मौजूद है उसके आधार पर अब आगे की कार्रवाई करने की तैयारी में है. फिलहाल इस मामले में आईएएस छवि रंजन, कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, CI भानु प्रसाद प्रताप और करीब दर्जनों जमीन कारोबारी को जेल भेज चुकी है. संभवत विष्णु अग्रवाल को भी ईडी गिरफ्तार कर सकती है.
कोलकात्ता में था मामूली कारोबारी
विष्णु अग्रवाल मूल रूप से पश्चिम बंगाल के पुरूलिया का रहने वाला है. जैसे ही वह राजनेताओं के संपर्क में आया.महज चंद सालों में ‘लक्ष्मीपति’ बन गया. आज के दिन रांची में उसके कई बड़े बड़े मॉल और होटल हैं. मिली जानकारी के अनुसार वह झारखंड के कई बड़े राजनेताओं के काले धन को सफेद करने में मदद करता था. झारखंड में उसे मनी लॉन्ड्रिंग का सबसे बड़ा मशीन माना जाता है.
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