विशेष : कोयला चोरी में लगे सिंडिकेट के खेल का नतीजा फायरिंग और लोगों की मौत,जानिए कोयलांचल की जमीनी हकीकत

धनबाद(DHANBAD) : कोयला बीसीसीएल का और कमाई अवैध कोयले के संचालकों के सिंडिकेट को. यह कैसी विडंबना है, लेकिन कोयलांचल में होता यही है. नतीजा हुआ है कि शनिवार की देर रात को सीआईएसएफ जवानों की फायरिंग में 4 लोगों की मौत हो गई है. 2 लोग घायल हैं .अब सवाल उठता है कि जो लोग मरे हैं, वह तो कोयला चोरी के मात्र एक प्यादे हैं .असली मुजरिम तो कहीं दूर बैठकर तमाशा देख रहा होगा. सीआईएसएफ पर भी कोयला चोरी रोकने का ऊपर से दबाव है. अभी हाल ही में एक झटके में 2000 से अधिक जवानों का तबादला कर दिया गया था और नए रंगरूटों को पदस्थापित किया गया था .इधर, हाल फिलहाल में सीआईएसएफ पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ रही थी. तो क्या अजीज आकार सीआईएसएफ कोयला चोरी रोकने की कोशिश कर रही थी और कोयला चोर उन्हें चुनौती दे दे रहे थे. शनिवार रात की घटना इसी की परिणति तो नहीं है. वैसे शनिवार की घटना के बाद सीआईएसएफ को अलर्ट रहने को कहा गया है .आशंका व्यक्त की जा रही है कि बेनीडीह घटना के बाद जवाबी कार्रवाई हो सकती है. सीआईएसफ बैरक सहित जवानों को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है. हर संवेदनशील ठिकानों की सख्त निगरानी की जा रही है .कई जगहों पर सीआईएसएफ के अतिरिक्त जवान की प्रतिनियुक्ति की गई है. कोयला चोरों के हौसले को देखते हुए यह सब किया जा रहा है. आशंका है कि सिंडिकेट के सरगना चुप नहीं बैठेंगे और गांव वालों को उकसा कर कोई ना कोई बड़ी घटना को अंजाम दिलवा सकते हैं. फायरिंग में मौत के बाद रविवार को दिनभर इलाके में यही चर्चा थी कि आखिर कोयला चोरी के धंधे में लगे मुख्य सरगना पर पुलिस या सीआईएसएफ कार्रवाई क्यों नहीं करती. युवाओं को कुछ पैसे का प्रलोभन देकर कोयला तस्कर मोटी कमाई करते हैं. सीआईएसएफ और पुलिस की लाठियां ग्रामीण खाते हैं ,सिर्फ कुछ पैसों के लिए. यहां तक कि उनकी जाने भी चली जाती है. आपको बता दें कि झरिया, निरसा के साथ-साथ बाघमारा में भी कोयले की चोरी डंके की चोट पर की जाती है. प्रशासन की हर कारवाई का कोई न कोई काट कोयला चोर निकाल लेते हैं. मन तो उनका इतना बड़ा हुआ है कि पुलिस, सीआईएसएफ पर हमला करने से भी पीछे नहीं हटते. कोयला चोरी सिर्फ दो पहिया वाहन से ही नहीं होती बल्कि हाईवा और ट्रकों से भी कोयले की चोरी लगातार जारी है. ऐसी बात नहीं है कि इसकी जानकारी बीसीसीएल प्रबंधन को नहीं है, सीआईएसएफ को नहीं है या फिर पुलिस प्रशासन को नहीं है. बावजूद सब कुछ बेधड़क चल रहा है तो सवाल तो खड़े होंगे ही. वैसे इस पूरे मामले की जांच के लिए उपायुक्त ने 2 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. एडीएम विधि व्यवस्था की अध्यक्षता में दो सदस्यीय जांच टीम बनाई गई है. जांच टीम में सीआईएसएफ के अधिकारी भी शामिल किए गए हैं .जांच टीम घटना में मारे गए लोगों के परिजनों, बीसीसीएल के संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों से बातचीत कर जांच रिपोर्ट देगी.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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