बाबा मंदिर में होता है हर का हरि से अद्भुत मिलन! भक्त अपने अहंकार को खत्म करने के लिए चढ़ाते हैं राम लिखकर बेलपत्र, विस्तार से पढ़ें 

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आज पूरा देश श्रीराम की भक्ति में डूबा हुआ है. भगवान राम और भोलेनाथ दोनों एक दूसरे के इष्ट है,यानी राम ही शिव और शिव ही राम है.जिस प्रकार राम ने लंकापति रावण के अहंकार को समाप्त किया था, उसी प्रकार मनुष्य के अंदर के अहंकार को समाप्त करने के लिए बाबाधाम में भगवान श्रीराम के नाम से बेलपत्र चढ़ाया जाता है,इससे राम और शिव दोनो अपने अपने ईष्ट से मिलते है, और भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं.