42 वर्षों से न्याय की आस में चांडिल डैम के विस्थापित, अब आमरण अनशन करने पर हुए मजबूर

80 के दशक में बना चांडिल डैम की नींव रखी गई. जिसके बाद आस पास के गांव के लोगों को उम्मीद जगी की डैम जब बन कर पूरा हो जाएगा तो उनके दिन बदल जायेगा.लेकिन 42 वर्ष बीत जाने के बाद भी लोग अपनी पुर्नवास और नौकरी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है.

42 वर्षों से न्याय की आस में चांडिल डैम के विस्थापित, अब आमरण अनशन करने पर हुए मजबूर