रांची(RANCHI): झारखंड का जामताड़ा और देवघर अब साइबर अपराध का गढ़ बनता जा रहा है. दोनों जिले से हर दिन कई लोगों की गिरफ्तारी हो रही है. इसी कड़ी में CID और देवघर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इसमें आठवी पास युवक ने एक रिटायर्ड GM को निशाना पर लेकर उनके बैंक खाते को खाली कर दिया था.
बैंक से उड़ाए 2 लाख रुपए
DG CID अनुराग गुप्ता ने बताया कि आभाष कुमार के खाते से 2 लाख से अधिक की निकासी फर्जी तरीके से की गई थी. आभाष कुमार फ्लाइट का टिकट कर रहे थे तभी कुछ तकनीकी दिक्कत आने पर उन्होंने गूगल से कस्टमर केयर का नंबर निकाल कर कॉल किया. जिसके बाद उन्होंने उस नंबर पर कॉल किया तो कॉल सिधे साइबर अपराधियों के पास पहुंच गया. जिसके बाद साइबर अपराधियों ने उनसे एक मोबाइल एप्पलीकेशन डाऊनलोड कराया. जिसके बाद उसने एक 20 रुपया का ट्रांसेक्शन कराया जिसके बाद उसने इनका पासवर्ड और आईडी को देख कर उसे अपने पास स्टोरेज कर उनके साथ फ़्रॉड किया गया. बाद में इस मामले में जांच शुरू हुई तो इसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि तीनों की गिरफ्तारी मोबाइल ट्रेस कर की गयी है. पूछताछ के बाद पता चला कि तीनों आरोपियों ने लूटे हुए पैसों को कई ऑनलाइन साइट पर समान खरीदने में इस्तेमाल किया था.
रातों रात अमीर बनने का सपना देख युवा कर रहे साइबर अपराध
अनुराग गुप्ता ने बताया कि इस पूरे घटना का मास्टरमाइंड आरिफ राजा है, आरिफ राजा मुख्य रूप से ट्रक में खलासी का काम करता है. इसने फ़्रॉड करना अपने रिश्तेदार इमरान अंसारी से सीखा है. उन्होंने बताया कि फ्रॉड करने वालों का गैंग अब देवघर में सक्रिय है. उन्होंने बताया कि रातों रात अमीर बनने का सपना देख कर युवा साइबर अपराध की दुनिया में कदम रख रहे है.
रिपोर्ट. समीर हुसैन
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