सिमडेगा जिला परिषद के ग्यारह पदों में से आठ पर महिलाओं का कब्जा
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सिमडेगा(SIMDEGA): राज्य में अभी हाल ही में पंचायत चुनाव हुआ है. इस चुनाव में पुरुष के साथ-साथ महिला उम्मीदवारों ने भी जमकर चुनाव में अपनी योग्यता का परिचय दिया. सिमडेगा जिले की बात करें तो ये जिला इस चुनाव में महिला सशक्तिकरण का मिसाल बना है. जिले में अब महिलाएं सिर्फ घर को हीं नहीं, बल्कि घर से बाहर गांव को भी संवारते हुए जिले के विकास को बढाएंगी. गांव के विकास की चाह लेकर घर की दहलीज से बाहर निकलकर पंचायत चुनाव मैदान में उतरने वाली इन महिलाओं के हाथों में सिमडेगा जिले के मतदाताओं ने गांव से लेकर जिले तक के विकास की बागडोर सौंपी है.
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चुनाव में छाया महिलाओं का वर्चस्व
पंचायत चुनाव में महिला शक्ति की विजय और जिला परिषद अध्यक्ष से गांव के वार्ड सदस्य तक महिलाओं का वर्चस्व निश्चित रूप से विकास के लिए जनता का क्रांतिकारी फैसला रहा है. गांव की सरकार में महिला सशक्तिकरण को देख ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति लोगों के नजरिए में बदलाव आ रहा है, जो महिलाएं अब तक घर के चूल्हे चौके तक सिमटी हुई थीं, वो अब राजनीति के क्षेत्र में भी दिलचस्पी दिखाने लगी हैं. इसमें उनके परिवार का सहयोग भी मिल रहा है. ग्राम पंचायतों में कई वर्गों की महिलाओं के लिए कई पद आरक्षित किए गए. इन पदों पर तो महिलाएं प्रधानी पद की दावेदार थी हीं, इनके अलावा अनारक्षित, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षित सीटों पर भी काफी संख्या में महिलाएं चुनाव मैदान में उतरीं. पुरुष प्रत्याशियों के साथ होने वाले मुकाबलों में महिलाओं ने अपने प्रचार अभियान के दौरान ग्रामीणों के बीच खुद को साबित किया. महिला उम्मीदवार ग्रामीणों को गांव के विकास का भरोसा दिलाने में कामयाब हो गई. पंचायत चुनाव में यह पहली बार है जब इतनी अधिक संख्या में महिलाओं ने प्रधानी का चुनाव जीता है. चुनाव जीतने वाली महिलाएं अब इस नई जिम्मेदारी से काफी खुश भी हैं.
जिला परिषद के ग्यारह पद में से आठ पर महिलाएं आसीन
सिमडेगा में जिला परिषद के ग्यारह पद में से आठ पर महिलाएं आसीन है. यही नहीं जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों पर भी महिला शक्ति आसीन है. पंचायतो में मुखिया से लेकर वार्ड सदस्य तक के ज्यादतर पदों पर महिला शक्ति आसीन हैं. कुल मिलाकर इस बार सिमडेगा जिला के विकास की बागडोर महिला शक्ति के हाथों में हैं. उम्मीद है इस बार अगले पांच वर्ष महिला शक्ति जिस तरह घर को स्वर्ग बनाती है उसी तरह सिमडेगा जिले को भी इतनी विकसित बनाएगी कि यह भी स्वर्ग से कम नहीं लगेगा.
रिपोर्ट: अमित रंजन, सिमडेगा
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