रांची (RANCHI) : झारखंड में पशुपालन के क्षेत्र में अच्छा काम हो सकता है. यहाँ ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुपालन का एक बड़ा योगदान रहा है. पशुओं की सुरक्षा से लेकर उनके स्वास्थ्य के बारे में विभाग चिंता कर रहा है. कई नए कार्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं. कृषि मंत्री बादल पत्र लेख ने कहा कि झारखंड में पशुपालकों को सरकार बेहतर सुविधा देने का प्रयास कर रही है. जानिए आगे पशुपालन विभाग क्या करने जा रहा है.
लाभुकों को अनुदान पर दिए जा रहे हैं पशु और पक्षी
मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के अंतर्गत पशु पक्षी वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यहां पर प्रदर्शनी का भी आयोजन हुआ. इसके तहत कई दुधारू पशुओं का वितरण कृषि एवं पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख किया. बता दें कि 75% अनुदान विभाग की ओर से दिया जा रहा है. लाभुकों को इस योजना के लिए ग्राम सभा से प्रस्ताव पारित कर कर जिला में भेजना होता है.इसमें मोटे तौर पर तीन से चार महीने लग जाते हैं. बताया जा रहा है कि 6 महीने के अंतराल में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होता है. गाय के अलावा बत्तख या मुर्गी के चूजे भी उपलब्ध कराए जाते हैं.अन्य तरह के पालतू पशुपालन के लिए भी आर्थिक मदद सरकार दे रही है.
वेटरिनरी एम्बुलेंस का हो रहा है इंतजाम
कृषि एवं पशुपालन मंत्री बादल पत्र लेखन ने कहा कि पूरे प्रदेश के 236 प्रखंडों में वेटरिनरी एम्बुलेंस खरीदे जा रहे हैं.इनमें डॉक्टर समेत तीन लोग रहेंगे जो कहीं भी पशुओं को एट डोर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे. इसके अलावा वेटरनरी डॉक्टर की भी नियुक्ति की जाएगी. कृषि और पशुपालन मंत्री बादल पत्र लेखन ने आगे कहा कि पशुओं का इंश्योरेंस करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से स्वास्थ्य विभाग आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयास कर रहा है.उ सी प्रकार राज्य में पशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और पोषण उपलब्ध कराने का प्रयास पशुपालन विभाग की ओर से जारी है.
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