शिक्षा पदाधिकारी नक्सल प्रभावित सारंडा के बच्चों के भविष्य के साथ कर रही खिलवाड़ , मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत
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चाईबास(CHAIBASA): पश्चिम सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी पर जीप उपाध्यक्ष ने मनमानी का आरोप लगाया है. शिक्षा पदाधिकारी बच्चों के मिड डे मिल और अन्य जरूरत की सुविधाओं से वंचित कर रहे है.इतना ही नहीं शिक्षा पदाधिकारी के लापरवाही से इन्टर के 200 से अधिक छात्र छात्रा पढ़ाई से वंचित हो जाएंगे. जीप उपाध्यक्ष रंजीत यादव ने प्रेस वार्ता कर कहा कि वह इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से करेंगे. किसी भी हाल में बच्चों के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे.
उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा कि शिक्षा पदाधिकारी बच्चे के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है.ऐसे डीईओ का जिले में रहने का कोई अधिकार नहीं है. मुख्यमंत्री की सोच है राज्य का हर वर्ग और तबका शिक्षित हो, लेकिन डीईओ के कार्य व्यवहार ने डीईओ की कार्यशैली पर कई सवाल खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि 14 अक्टूबर को को गोइलकेरा आगमन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर उनकी शिकायत करेंगे.
रंजीत यादव ने कहा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा कॉलेज में सीट बढ़ाने का आवेदन जैक के पास आवेदन को फॉरवर्ड करना था.लेकिन उन्होंने आवेदन को अपने कार्यालय में ही दाब कर रख दिया. उन्होंने बताया कि मनोहरपुर स्थित संत अगस्तीन इंटर कॉलेज की ओर से सत्र 2022-24 के लिए इंटरमीडिएट में सीट वृद्धि करने के संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) पश्चिम सिंहभूम को अगस्त माह में पत्र दिया गया था. जिसमे यह मांग की गई थी कि संत अगस्तीन कॉलेज झारखंड के सुदूरवर्ती आदिवासी पिछड़ी बहुल क्षेत्र में स्थित है.
इस कॉलेज में मात्र 334 सीट है और कॉलेज में 500 से अधिक फॉर्म दाखिला के लिए जमा किये गए हैं.अगर सीट नहीं बढ़ती है तो 200 से अधिक छात्र पढ़ाई से वंचित हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि जैक अनुमति देता या नही देता वो बाद कि बात है. लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कॉलेज द्वारा दिये गए पत्र को आगे ही नही बढ़ाना भी जरूरी नही समझी. इतना ही नही उन्हें फोन करने पर फोन उठाना और मैसेज करने पर मैसेज का रिप्लाई देना भी जरूरी नही समझा.
रिपोर्ट: संतोष कुमार,चाईबास
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