रांची(RANCHI): ग्रामीण विकास विभाग के चर्चित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम ने कथित रूप से भ्रष्टाचार के माध्यम से बड़ी संपत्ति बनाई है. ईडी की छापेमारी में इसका धीरे-धीरे खुलासा हो रहा है. प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के अधिकारी लगातार जांच कर रहे हैं. महत्वपूर्ण दस्तावेज इस दौरान मिले हैं. लगभग पौने दो करोड़ की ज्वेलरी भी अशोक नगर स्थित आवास से बरामद की गई है.
मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के झारखंड समेत कई राज्यों में फ्लैट मॉल्स में दुकान और प्लॉट्स के दस्तावेज मिले हैं. सूत्रों के अनुसार गुड़गांव, दिल्ली, पटना,नोएडा, मुंबई जमशेदपुर, रांची, सीवान जैसे कई स्थानों पर उन्होंने फ्लैट, प्लॉट्स अपने और अपने रिश्तेदारों के नाम खरीदे हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग 900 करोड रुपए के आसपास अभी तक चल और अचल संपत्ति का पता प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को मिला है. देश के 24 स्थानों पर सुबह से ही ईडी की टीम वीरेंद्र राम के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. उनसे संबंध रखने वाले ठेकेदार और कारोबारियों के यहां से भी कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं.
कई दस्तावेज लगे हाथ
जानकारी के अनुसार, रांची का अशोकनगर आवास से वीरेंद्र राम के निवेश और संपत्तियों के बारे में कई दस्तावेज हाथ लगे हैं. ईडी के डिप्टी डायरेक्टर ने अशोक नगर आवास पर टीम के सदस्यों से अभी तक जब्त किए गए दस्तावेज की पड़ताल की. प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के द्वारा सभी परिसंपत्ति और निवेश का मूल्यांकन किया जा रहा है. अभियंता वीरेंद्र राम से कड़ी पूछताछ भी हो रही है.
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