टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- हेमंत सोरेन की जिंदगी की सबसे मुश्किल वक्त चल रहा है. शायद ही उन्होंने कभी सोचा था कि सीएम रहते उनकी गिरफ्तारी हो जाएगी. लेकिन, 31 जनवरी 2024 की तारीख उनकी गिरफ्तारी जमीन घोटाले के आरोप में ईडी ने कर दी.अब पांच दिन की रिमांड पर हेमंत इसी घोटाले के सिलसिले में ईडी के सवालों का जवाब देंगे.
एक्शन में आ गई ED
अभी तक जांच एजेंसी की जो किरदार दिख रहा है. इससे तो यही लगता है कि शायद ही कोई एक्शन लेने से ईडी हिचकेगी . अब जमीन घोटाले के मामले में जेल में बंद बड़गाई अंचल के तत्कालीन राजस्व उप निरीक्षक जिसके जरिए ही हेमंत तक ईडी पहुंची थी . उसी भानू प्रताप के सामने पूर्व सीएम हेमंत से पूछताछ की तैयारी की जा रही है. दरअसल, जमीन घोटाले को लेकर ही सदर थाने में एक जून 2023 को कांड संख्या 272/23 के तहत दर्ज है. बरियातू की 8.5 एकड़ जमीन को अवैध तरीके से हड़पने का आरोप लगा है.
इस केस में भानु प्रताप की गिरफ्तारी हुई थी और अब उसे रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया गया है. जिस पर सोमवार को सुनवाई होगी . भानू को रिमांड पर लेकर ईडी हेमंत सोरेन के सामने बैठाएगी और पूछताछ करेगी.
भानु प्रताप से भी पूछताछ
मालूम हो कि इससे पहले भानु प्रताप प्रसाद को ईडी ने सेना के उपयोग वाली 4.55 एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री मामले में गिरफ्तार किया था. उनके ठिकाने पर छापेमारी की थी, जहां से भारी मात्रा में सरकारी दस्तावेज हाथ लगे थे. जांच एजेंसी ने भानु के खिलाफ जालसाजी, सरकारी दस्तावेज के दुरुपयोग मामले में भारतीय दंड विधि से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा की थी, जिसके बाद ही सदर थाने में एक जून 2023 को प्राथमिकी दर्ज हुई थी. अब भानु की इस दूसरे केस में भी गिरफ्तारी हो गई है.
हेमंत सोरेन की मुश्किले लगता है कि कम नहीं होने वाली है. क्योंकि ईडी हेमंत से केवल बरियातू की 8.5 एकड़ जमीन मामले में ही नहीं, बल्कि उनसे उनकी कई अन्य अचल संपत्तियों के अर्जित करने के बारे में भी जानकारी लेगी . उसे खरीदने के लिए पैसा के स्रोत क्या थे, इस पर भी सवाल दागेगी. माना जा रहा है कि रिमांड पर अवैध खनन से आने वाले काले धन का मामला भी खुलेगा.
हेमंत ने जान का बताया था खतरा
यहां गौर करने वाली बात ये है कि , रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट ने हेमंत की उस याचिका को भी ठुकरा दिया है, जिसमें उन्हें पूछताछ के बाद रात को जेल या सुरक्षित जगह पर रखने की मांग की गई थी. सुरक्षा का खतरा देखते हुए उनकी तरफ से कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. अपने वकील के जरिए उन्होंने कोर्ट को बताया था कि उनकी जान को खतरा है. ईडी ने इसका विरोध करते हुए तर्क दिया कि , हेमंत सोरेन ईडी कार्यालय में सुरक्षित हैं. रिमांड पर पूछताछ के बाद उन्हें जेल या अन्य जगह पर रखने में खतरा है. इसके साथ ही जांच एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि ईडी कार्यालय में रखने पर उनकी सुरक्षा के साथ-साथ रिमांड पर पूछताछ की गोपनीयता भी बरकरार रहेगी.
4+