दुमका: डायन बिसाही के आरोप में हुई मारपीट में पुत्र की हत्या, पिता घायल

दुमका (DUMKA): एक तरफ तो हम 21वीं सदी में चांद पर नई दुनिया बसाने की बात करते है वहीं दूसरी तरफ झारखंड में अंधविश्वास इस कदर हावी है कि डायन बिसाही के आरोप में किसी की हत्या करने से भी बाज नहीं आते. ऐसा ही एक मामला दुमका जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पकड़ियाडीह गांव से सामने आया है. गांव में डायन बिसाही के आरोप में जमकर मारपीट हुई. मारपीट का आरोप दीनू मड़ैया और उसके 4 पुत्र सहित कुल 8 लोगों पर लगा है। जिसमें 3 महिलाएं भी शामिल है. आरोप है की दीनू मड़ैया अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ नरेश राणा के घर पर पहुंचे और नरेश की मां को डायन बिसाही के आरोप में गाली गलौज करने लगे. पुत्र और पति ने जब इसका विरोध किया तो पुत्र को पड़कर बिजली के खंभे से बांध दिया गया और उसकी बेरहमी से पिटाई की जाने लगी. बचाने आए पिता पर भी जानलेवा हमला किया गया. किसी तरह इसकी सूचना मुफस्सिल थाना को दी गई. सूचना मिलने पर मुफस्सिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और घायल पिता पुत्र को इलाज के लिए दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान नरेश राणा की मौत हो गई जबकि उसके पिता का इलाज चल रहा है.
पहले भी हुई थी मारपीट, मामला पहुंचा था थाना
पीड़ित पक्ष का कहना है कि डायन बिसाही के आरोप में पहले भी मारपीट हुई थी। पीड़ित द्वारा इसकी शिकायत थाना में की गई थी. थाना द्वारा दोनों पक्षों को बुलाया गया था जहां दोनों पक्ष में समझौता हो गया था. इसके बाबजूद दीनू मड़ैया द्वारा अक्सर डायन बिसाही के आरोप में गाली गलौज और जान से मारने की धमकी दी जा रही थी. परिणाम आज सामने आया.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
मामले को मुफस्सिल थाना की पुलिस ने गंभीरता से लिया है. सूत्रों की माने तो आरोपी घर से फरार हो गया है जिसकी गिरफ्तारी का प्रयास जारी है लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है. इस मामले में फिलहाल पुलिस कुछ भी बोलने से परहेज कर रही है.
आज के समय में डायन बिसाही के उन्मूलन के लिए सरकार के स्तर से जागरूकता अभियान चलाया जाता है. इसके बाबजूद अंधविश्वास की जड़े इतनी मजबूत है कि लोग खून के प्यासे हो जाते हैं. लोग कानून को हाथ में लेने से भी नहीं कतराते.
रिपोर्ट: पंचम झा
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