दुमका(DUMKA): आखिकार पैट्रोल कांड- 3 की पीड़िता रूपा मरांडी ने भी दम तोड़ दिया. लगातार पाँच दिनों तक मौत और जिंदगी से जंग के बीच रूपा की सोमवार को रांची के रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी. सोमवार की शाम रूपा का शव उसके ससुराल हेंठ सिलंगी गांव लाया गया. मंगलवार को विधि विधान के साथ रूपा के शव को दफन कर दिया गया. उसके अंतिम संस्कार में माता लीलमुनी हेंब्रम और पिता मेहता मरांडी के अलावा ससुराल पक्ष के लोग और सिलंगी सहित तीन गांव के ग्रामीण शामिल हुए. सभी के आंखों में आंसू थे. रूपा के माता-पिता, भाई-बहन सभी रो रहे थे. पिता मेहता मरांडी ने बताया कि रूपा उसकी सबसे प्यारी बेटी थी. रूपा इस तरह से सभी को छोड़कर चली जाएगी किसी ने सोचा नहीं था. सभी ने एक-एक कर रूपा के कब्र में मिट्टी दिया.
पति की धमकी के बाद खुद पेट्रोल डालकर लगा ली थी आग
आपको बता दें कि 19 अक्टूबर की रात खड़कासोल गांव में लिव इन रिलेशन में पति-पत्नी के रूप में रहनेवाले परमेश्वर सोरेन और रूपा मराण्डी के बीच ससुराल जाने और नहीं जाने के जिद के दौरान ऐसा विवाद हुआ कि पति ने उसे पैट्रोल छिड़क कर जला मारने की धमकी दे दी. इसी दौरान गुस्से में रूपा ने पति से बोतल छीन कर पैट्रोल अपने शरीर में डाल लिया. इसी दौरान दुर्घटनावश वहां जल रहे चुल्हे से आग लग गयी और रूपा आग के लपटों में घिर कर दौड़ने लगी. उसे बचाने के दौरान पति परमेश्वर सोरेन के दोनों हाथ झुलस गये. जब तक वह जैकेट और फिर पानी डालकर आग बुझाता रूपा 90 प्रतिशत तक जल गयी थी.
रांची के रिम्स में किया गया था भर्ती
19 अक्टुबर की देर रात उसे दुमका के फलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां मजिस्ट्रेट ने उसका बयान लिया और पति के खिलाफ हत्या के प्रयास की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी. रूपा और उसके पति दोनों को बेहतर इलाज के लिए 20 अक्टूबर को रांची के रिम्स भेज दिया गया. अस्पताल से छूट्टी मिलने पर गोपीकांदर पुलिस पति परमेश्वर सोरेन को गिरफ्तार कर 22 अक्टूबर को उसे दुमका कोर्ट में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया. इसके ठीक दो दिनों बाद 24 अक्टूबर को रूपा की रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी. मंगलवार को जब रूपा का अंतिम संस्कार किया जा रहा था तो उसका पति परमेश्वर सोरेन जेल में बंद था. उसे अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैरोल नहीं दिया गया.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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