दुमका (DUMKA) : एक तरफ नारा दिया जाता है बेटी बचाओ, पढ़ाओ ओढ़ाओ. बालिका की शिक्षा के स्तर में गुणात्मक सुधार हो इसको लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक कई योजनाएं चलाती है. झारखंड में ब्लॉक स्तर पर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का संचालन हो रहा है. लेकिन दुमका जिला के शिकारीपाड़ा प्रखंड में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं परेशान हैं. तीन दिनों से छात्राएं बून्द-बून्द पानी के लिए तरस गयी. जब सब्र का बांध टूटा तो छात्राएं स्कूल परिसर में हंगामा करने लगी. लेकिन इन छात्राओं की बात सुनने वाला विद्यालय में कोई नहीं था. वार्डन के ऊपर इसकी जिम्मेदारी है और वार्डन विद्यालय से गायब पायी गयी. हंगामा को दबाने के लिए गार्ड द्वारा कुछ छात्राओं को बाथरूम में ही बंद कर दिया गया. आरोप पीड़ित छात्राओं ने लगाया है. छात्राओं की माने तो विद्यालय को वार्डन स्टेनशील सोरेन और क्लर्क ओम प्रकाश नियमों को ताख पर रख कर अपनी मर्जी से चलाते हैं.
विद्यालय पहुंचे बीडीओ
हंगामा की सूचना मिलते ही शिकारीपाड़ा बीडीओ संतोष कुमार चौधरी विद्यालय पहुंचे. विद्यालय से वार्डन गायब पायी गयी. बीडीओ ने छात्राओं से मिलकर उनकी समस्याओं को जाना. समस्या के तात्कालिक समाधान के लिए एक टैंकर पानी मंगवाया गया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि विद्यालय की दुर्दशा के लिए जिम्मेदारी तय करते हुए जांच रिपोर्ट तैयार कर वरीय अधिकारियों को भेजा जाएगा. उन्होंने भरोसा दिया कि दोषी के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जाएगी.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका
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