दुमका(DUMKA): दुमका में केंद्रीय पहाड़िया आदिम जनजाति संघ के बैनर तले पहाड़िया समाज के लोगों ने तिलका मांझी चौक से कैंडल मार्च निकाला. सैकड़ों की संख्या में लोग कैंडल मार्च करते हुए टिन बाजार चौक पहुंचे जहां मृतिका रुबिका पहाड़िन की आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा और श्रद्धांजलि दी.
केंद्रीय पहाड़िया आदिम जनजाति संघ के केंद्रीय अध्यक्ष मनोज सिंह पहाड़िया ने कहा कि रुबिका को जिस प्रकार से हत्या कर उसके शरीर के 22 टुकड़े किए गए, यह सुनकर ही दिल दहल जाता है. इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है. वहीं इस प्रकार की घटना की अंजाम देने वाले दिलदार अंसारी को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जल्द से जल्द सुनावाई कर फांसी की सजा दें.
आरोपी को फांसी देने की मांग
पहाड़िया समाज के इस कैंडल मार्च को आम लोगों का भी साथ मिला. सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष राधेश्याम वर्मा ने कहा कि रूबिका की हत्या में जो भी लोग सम्मिलित है, जिला प्रशासन उन्हें चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई करते हुए फांसी की सजा दे. वहीं केंद्रीय पहाड़िया आदिम जनजाति के प्रमंडलीय अध्यक्ष दामोदर गृही ने झारखंड सरकार से रुबिका के परिवार को पांच करोड़ का मुआवजा और उनके परिवार में एक सरकारी नौकरी देने की मांग की. वहीं सिविल सोसाइटी के सचिव संदीप कुमार जय बमबम ने कहा कि एक संप्रदाय विशेष के ही आरोपी लगभग सभी घटनाओं में सामने आ रहे हैं. यह कहीं ना कहीं सोची समझी रणनीति के तहत जघन्य अपराध होते आ रहा है. यह कहीं ना कहीं बांग्लादेशी घुसपैठिए, लव जिहाद, लैंड जिहाद से जुड़ा मामला भी प्रतीत होता है. वहीं युवा समाजसेवी अमन राज ने कहा कि जब से हेमंत सोरेन की सरकार आई है, तब से इस प्रकार की घटना पूरे झारखंड प्रदेश में देखने को मिल रही है.
संथाल परगना में पांच महीने में यह चौथी घटना
संथाल परगना में पांच महीने में यह चौथी घटना है. संथाल परगना प्रमंडल में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है. यहां महिला सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है. आए दिन महिलाओं के साथ बलात्कार और मर्डर की घटना सामने आ रही है. श्रद्धांजलि में राजू पुजहर, संतोष पुजहर, मनीलाल, मुन्ना पहाड़िया, मनोज सिंह, अंजली कुमारी, करीना कुमारी, अनिता कुमारी, दिव्या कुमारी, पिंकी कुमारी, सोहन सिंह, रामजीवन आदि सैकड़ों की संख्या आदिम जनजाति पहाड़िया छात्र छात्राएं उपस्थित थे.
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