दुमका (DUMKA) : दुमका जिला के नगर थाना की पुलिस ने जाली नोट के कारोबार में शामिल पांच कारोबारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इनके पास से पुलिस ने 500 रूपये के तीन और 200 रूपये के एक जाली नोट और 3 मोबाईल जब्त किया है. नगर थाना में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी अंबर लकड़ा ने इसकी जानकारी दी.
गोड्डा से हुई तीन की गिरफ्तारी
मामले की जानकारी देते हुए एसपी ने कहा कि पुलिस को प्रशांत और विकास के अपहरण की लिखित शिकायत मिली थी. पुलिस गोड्डा से अपहृत प्रशांत कुमार और विकास कुमार को बरामद करने में सफल रही. मामले को लेकर एसआईटी टीम गठित कर अनुसंधान शुरू की तो पता चला कि तीन अन्य व्यक्ति अपहरणकांड में शामिल है. तीनों को गोड्डा से गिरफ्तार करने में पुलिस सफल रही. अपह्रत व्यक्ति के बयान पर संदेह के आधार पर पुलिस गहनता से छानबीन की. जिसमें सभी का जाली नोटों के कारोबार में संलिप्तता पाया गया. पैसे की लेन-देन में हुई विवाद को लेकर विकास और प्रशांत को अन्य साथियों द्वारा बंधक बना लिया गया. जिसकी लिखित शिकायत सरिता झा ने की थी. जिसमें 12 लाख रूपये फिरौती मांगने का आरोप लगाते हुए 12 जनवरी को मामला दर्ज कराया था.
क्या है मामला
गौरतलब हो कि जाली नोट के नाम पर 11 लाख की ठगी में गोड़डा से शनिवार को बंधन मुक्त प्रशांत झा, विकास कुमार और सहयोगी रिंकू कुमार को नगर थाना की पुलिस ने सोमवार को अदालत में पेश किया. तीनों का न्यायिक दंडाधिकारी सार्थक शर्मा की अदालत में बयान दर्ज कराया गया. तीनों करीब तीन पन्ने में अदालत में अपना बयान दर्ज कराया था. जिसमें हावड़ा में किसी व्यक्ति से परिचय होने और पैसे लगाने पर तीन गुणा लाभ दिलाने की बात स्वीकारी. यहां बता दें कि हरणाकुंडी के विकास कुमार और शिवपहाड़ के प्रशांत झा ने गोडडा के विक्की कुमार और पाकुड़ के मनोज मंडल का जमुई के एक व्यक्ति से परिचय कराया था. व्यक्ति जाली नोट का कथित धंधा करता था. व्यक्ति ने एक सप्ताह पहले विक्की व मनोज से 11 लाख रुपया लेकर 33 लाख के जाली नोट देने का सौदा किया. विक्की ने 4.80 लाख और मनोज ने 6.20 लाख रुपया दिया. लेकिन 33 लाख के बदले में केवल सादे कागज का बंडल थमाकर जमुई के व्यक्ति ने दोनों को ठग लिया. ठगी के शिकार गोडडा के विक्की ने विकास और प्रशांत को 12 जनवरी को गोडडा में बंधक बनाया और दोनों पर घर से उसके हिस्से का पैसा मंगाने के लिए अपहरण की बात कराई. 14 जनवरी को पुलिस ने दोनों को आजाद कराने के बाद विक्की के एक दोस्त रिंकू को हिरासत में लिया. दोनों ने पुलिस को बताया कि घर से पैसा मंगाने के लिए अपने अपहरण का झूठा नाटक रचा. पुलिस ने दो दिन के पूछताछ के बाद अदालत में बयान दर्ज कराया. इसके बाद मंगलवार को पुलिस न्यायिक हिरासत में सभी 5 लोगों को जेल भेज दिया.
इनकी हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार आरोपियों में नगर थाना क्षेत्र के प्रशांत कुमार, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हरणाकुंडी निवासी विकास कुमार, गोड्डा जिले के पथरगामा थाना क्षेत्र के देवघरजागे गांव निवासी रामकृष्ण सिंह, रजौनखुर्द गांव के रितेश कुमार उर्फ भोला मंडल और फसिया गांव के मो अंसार है.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका
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