दुमका:फिर उठने लगी पोषण सखियों की सेवा वापसी की मांग, चंपई सोरेन की ताजपोशी के बाद रणनीति बनाने में जुटा पोषण सखी संघ  

रघुवर दास के शाषन काल में झारखंड में पोषण सखी का चयन किया गया था. अल्प मानदेय पर तमाम तरह के सरकारी कार्यों में इनसे सहयोग लिया जाता था. समय के साथ सत्ता बदली. हेमंत सोरेन सीएम बने. पूर्ववर्ती रघुवर दास के शासन काल के कई निर्णय को वापस ले लिया गया. उसमें से एक है पोषण सखी की सेवा समाप्ति. एक झटके में हजारों पोषण सखियां बेरोजगार हो गयी. सेवा वापसी की मांग को लेकर पोषण सखी द्वारा चरणबद्ध आंदोलन चलाया जा रहा है. एक बार फिर जब हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और चम्पई सोरेन की ताजपोशी के बाद पोषण सखी संघ आंदोलन को रणनीति बनाने में जुटी है.

दुमका:फिर उठने लगी पोषण सखियों की सेवा वापसी की मांग, चंपई सोरेन की ताजपोशी के बाद रणनीति बनाने में जुटा पोषण सखी संघ