दुमका(DUMKA):कांग्रेस के जिला प्रभारी सह प्रदेश महासचिव रविन्द्र वर्मा रविवार के दिन दुमका पहुंचे.जहां कांग्रेस भवन में उन्होंने प्रेसवार्ता की इस दौरान उनके निशाने पर केंद्र की मोदी सरकार रही. उन्होंने केंद्र सरकार को लूट की सरकार कहते हुए कहा कि मन की बात करने वाले प्रधानमंत्री इंडिया गठबंधन की दो बैठक के बाद ही कुनमुनाने लगी, और मुंबई की तीसरी बैठक के बाद गैस के दाम में 200 रुपये प्रति सिलेंडर कम किया गया. वर्ष 2014 से ही लगातार घरेलू गैस की कीमतों में वृद्धि होती रही है. पेट्रोलियम और डीजल के मूल्य बढ़ते जा रहे है.
मंहगाई पर कांग्रेस का केंद्र सरकार पर जोरदार हमला
वहीं रसोई घर में उपयोग होने वाले सारे सामानों की कीमत बढ़ रही है, लेकिन प्रधानमंत्री ने कभी आम लोगों और की बातें विपक्ष की बात नहीं सुनी. संसद में यदि किसी ने सरकार के खिलाफ कोई बात कही, तो उसे सदन से निकाल दिया गया, उसके घर खाली करवाया गया. कोर्ट को भी कटघरे में खड़ा कर दिया, लेकिन आज अमीर लोगों को अमीर बनाने वाले प्रधानमंत्री गरीबों की सुधि लेकर ये जता दिया है कि आनेवाला वर्ष चुनाव का वर्ष है. अब जनता के साथ अन्याय नहीं कर सकते. सामानों की कीमत कम करने होंगे. इसी सिलसिले में तत्काल रसोई गैस सिलेंडर की कीमत को कम किया गया.
रविन्द्र वर्मा ने पीएम मोदी पर लगाया ये आरोप
रविन्द्र वर्मा ने कहा कि 9 वर्षों में मोदी सरकार ने रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ा कर 31.37 करोड़ लोगों को लूटा है, और उन्होंने जनता की जेब से लगभग 8.30 लाख करोड़ लूटे हैं. उज्जवला बहनों से 2017 से अब तक लगभग 70 हजार करोड़ रूपया की लूट की गई है. मोदी सरकार की ओर से 6 राज्यों में होने वाले चुनाव और उसके बाद लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को रिझाने के लिए ये हतकंडा अपनाया है, ताकि आनेवाले दिन फिर जनता उन्हें वोट दे, लेकिन देश की जनता अब जाग गई है. घरेलू सामानों के मूल्य कई गुना बढ़ गए हैं. दलहन चावल, मसाला, तेल हो सारे समान के मूल्य आसमान छू रहे हैं.
मोदी सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश की जीडीपी 8.2 से घटकर 7.2% हो गई- रविन्द्र वर्मा
वहीं मंहगाई पर आगे रविन्द्र वर्मा ने कहा कि मोदी जी हम दो हमारे दो के तर्ज पर देश को गर्त में धकेल रहे हैं. विदित हो कि विभिन्न साबुनों के दाम में भी 22% की बढ़ोतरी हुई। दवाओं के मूल्य में 32% की वृद्धि हुई. मोदी सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश की जीडीपी 8.2 से घटकर 7.2% हो गई. देश पर कुल कर्ज का भार तीन गुना बढ़ गया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 2014 की तुलना में 20% कम होने के बावजूद पेट्रोलियम के मूल्य 30 से 40 रुपए लीटर महंगे बेचे जा रहे है. जिससे साबित होता है कि ये सरकार पूंजी पतियों के लिए बनी है, और प्रधानमंत्री का ध्यान केवल उन्हीं पूंजीपतियों पर है. आने वाले 2024 में इंडिया गठबंधन इनके प्रत्येक सीट के सामने अपना एक उम्मीदवार देगी.
रिपोर्ट-पंचम झा
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