दुमका: ऐसी मान्यता है की थर्ड जेंडर यानी किन्नर एक दिव्य साधक होता है, जिसकी पूजा जरूर फलती है. इसलिए किन्नर का सम्मान करना चाहिए. उनकी बद्दुआ लेने से भी बचना चाहिए. जितनी इनकी दुआ में असर है उतनी ही बद्दुआ में भी.
इसके बाबजूद सोमवार को झारखंड के उप राजधानी दुमका से हैरान करने वाली खबर सामने आई है. किन्नरों की एक टोली शहर के बांधपाड़ा मोहल्ला में सुरेश के घर में बधाई मांगने पहुंची थी लेकिन इन किन्नरों को बधाई के बदले पिटाई मिली. किन्नरों का कहना है कि जिस घर पर बधाई मांगने पहुचीं थी वहां 4 महीने पहले भी गयी थी. उस वक्त कहा गया था कि नवजात फिलहाल यहां नहीं है, 4 महीने बाद आएगा. उसके बाद आज सोमवार को जब किन्नरों की टोली जिसमें तान्या, कृष्णा, मुस्कान और दिशा शामिल थी, पहुचीं तो घरवालों ने कहा कि वो किन्नर को नहीं मानते. इसी बात पर हाथा पायी शुरू हो गयी. किन्नरों के आरोप है कि पिता पुत्र के साथ कुछ अन्य युवकों ने चारो किन्नर को दौड़ा दौड़ा कर पीटा. किसी तरह जान बचा कर नगर थाना पहुचीं और पुलिस को आपबीती सुनाई. नगर थाना की पुलिस ने चारों किन्नर को फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाकर इलाज करवाया.
इधर घटना के बाद सुरेश भी थाना पहुच गया है. सुरेश का कहना है कि किन्नरों की टोली जबरन घर मे घुस रहा था. रोकने का प्रयास किया तो हाथापाई पर उतर गई. फिलहाल दोनों में से किसी भी पक्ष द्वारा थाना में लिखित शिकायत नहीं किया गया है.
रिपोर्ट: पंचम झा
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