रांची(RANCHI): अब तक तो सभी शहरों में खाने पीने के समान ऑर्डर करने के बाद घर तक पहुंचता है. लेकिन झारखंड में नशे के सौदागर घर घर नशे की पुड़िया पहुंचाने में लगे हैं. नशे की पुड़िया एक कॉल और मैसेज पर युवाओं तक पहुंच रही है. ऐसे में सौदागर पैसे की खातिर युवाओं को एक दलदल में ढ़केलने में लगे हैं. कुछ ऐसे ही मामले का खुलासा रांची पुलिस ने किया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन ऐसे नशे के कारोबारी को गिरफ्तार किया है जिनका नशे का जाल शहर भर में फैला है, और यह अपने इस काले कारोबार को डोर स्टेप तक पहुंचा रहा था. इसे लेकर ऑनलाइन व्यवस्था भी इन नशे के सौदागरों के द्वारा की गई थी.
रांची के युवा धीरे-धीरे नशे के दलदल में फंसते ही जा रहे हैं. यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई के बाद अपराधियों के मोबाइल से मिली जानकारी से ये बात सामने आई है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के मोबाइल से हजारों ऐसे युवाओं के नंबर मिले हैं जो ब्राउन शुगर सहित अन्य नशीले पदार्थ के लिए उनके गैंग से ऑनलाइन संपर्क में रहते हैं. नशे का यह धंधा सिर्फ रांची नहीं बल्कि पूरे राज्य में फैला है, और गिरफ्तार किए गए राहुल राय आलोक और अभिषेक इस धंधे के सरगना है.
मामले की जानकारी देते हुए सिटी एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से 32 पुड़िया ब्राउन शुगर बरामद किया गया है. जिन्हें अलग-अलग थाना क्षेत्र के युवाओं को डिलीवरी दी जानी थी. पुलिस को इस बात का शक है कि उनके गैंग में कई और सदस्य एक्टिव हैं जिनका काम युवाओं को नशे का लत लगाना है जिसके बाद जब उन्हें आदत हो जाये तो फिर महंगी कीमतों में उनसे सौदा किया जाता है.गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. बहरहाल मामले पर तीन आरोपियों की गिरफ्तारी तो एक बड़ी कामयाबी है लेकिन गैंग के अन्य सदस्यों का उद्वेदन पुलिस के लिए एक चुनौती भी है.
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