धनबाद(DHANBAD): धनबाद के निरसा में फाइलेरिया की दवा खाने से दर्जनों बच्चे और बुजुर्ग के बीमार हो गए. निरसा स्वास्थ केंद्र की टीम गांवो में कैम्प कर ईलाज कर रही है. जहां सभी की स्थिति स्थिर बताई गई है. मामला शिवलीबाड़ी उत्तर पंचायत के उर्दू प्राथमिक विद्यालय, अंसार मुहल्ला का है. फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत 11 फरवरी से हुई है. डोर-टू-डोर दवा खिलाई जा रही है. शनिवार की सुबह 10 बजे अचानक स्कूल के बच्चों को एक के बाद उल्टी, पेट मे दर्द शुरू हो गया.
मेडिकल टीम ने की जांच
इसकी सूचना स्वास्थ केंद्र को आनन-फानन में मेडिकल टीम पहुंची और सभी का उपचार शुरू हुआ. स्कूल की रसोईया भी दवा खा कर बेहोश हो गई और स्थानीय बुजुर्ग नौशाद की भी तबीयत बिगड़ गई. डॉक्टर की टीम और उत्तर पंचायत की मुखिया मलका मेहर निगर पहुंच कर हाल चाल जाना. हालांकि डॉक्टर जयंत कुमार टुडू ने बताया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं, घबराने की जरूरत नहीं है. मुखिया मलका मेहर निगार ने बताया कि सरकार की सोच हैं कि जिस तरह हमारे देश से पोलियो मुक्त हुआ है, उसी के तहत फाइलेरिया मुक्त भारत विजन को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इससे घबराने की आवश्यकता नही है. डॉक्टरों की टीम हर सम्भव मदद को तैयार है और अफवाहों पर ध्यान ना दे.
चलाया जा रहा है फाइलेरिया उन्मूलन अभियान
धनबाद जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत की गई है. यह अभियान 10 फरवरी को शुरू हुआ, जो 25 फरवरी तक चलेगा. अभियान के तहत ही आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई जा रही है. इसी दौरान दवा खाते ही शिवलीबाड़ी उत्तर पंचायत के उर्दू प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी.
धनबाद (निरसा) से विनोद सिंह की रिपोर्ट
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