धनबाद(DHANBAD) : तो क्या धनबाद भाजपा में कलह शुरू हो गया है? क्या पशुपतिनाथ सिंह की तरह सांसद ढुल्लू महतो कार्यकर्ताओं को नहीं समेट पा रहे हैं? क्या जिला से जो सूची रांची भेजी गई है, उसमें सांसद ढुल्लू महतो के समर्थकों की उपेक्षा की गई है? क्या जिन लोगों की सूची भेजी गई है, वह विधायक राज सिन्हा के समर्थक हैं? यह सब सवाल धनबाद के राजनीतिक गलियारे में तैर रहे है. यह बात अलग है कि पशुपतिनाथ सिंह ने गुट में बंटे भाजपा के लोगों को समय पर एक मत कर लेते थे. यह काम करने में सांसद ढुल्लू महतो कितने सफल होंगे, यह तो वक्त ही बताएगा. हालांकि इसके परिणाम के लिए अब बहुत अधिक वक्त नहीं है. 20 जुलाई को प्रदेश भाजपा कार्य समिति की बैठक के बाद धनबाद सहित पेंडिंग जिला समिति का विस्तारीकरण हो जाएगा. बात निकाल कर आ जाएगी कि जिला समिति में किसका कितना चला. वैसे धनबाद जिला भाजपा में शह-मात का खेल जारी है.
सभी चाह रहे कि जिला समिति में उनके लोग अधिक हो
नए सांसद ढुल्लू महतो तो चाहेंगे कि जिला समिति में उनके अधिक से अधिक आदमी हो, तो बाकी विधायक यह चाहेंगे कि जिला समिति में उनके लोगों की भी सहभागिता प्रचुर मात्रा में हो. अब समय पूर्व सांसद पशुपतिनाथ सिंह का नहीं है. भाजपा का कोई भी विवाद उनके दरवाजे पर जाकर सुलझ जाता था, लेकिन सवाल है कि क्या अब ऐसा हो पाएगा. सांसद ढुल्लू महतो तो जिला समिति पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करेंगे. यह बात भी सच है कि ढुल्लू महतो के सांसद बनने के बाद धनबाद में भाजपा के समीकरण में बदलाव दिख रहा है. कार्यकर्ता भी दुविधा में है कि किसकी और जाएं, किसके समर्थन में रहे. वैसे, धनबाद भाजपा महानगर के अध्यक्ष और ग्रामीण अध्यक्ष की घोषणा हुए काफी समय हो गए. लेकिन जिला समिति का विस्तार नहीं हुआ है. महानगर जिला अध्यक्ष श्रवण राय बने हैं तो ग्रामीण जिला अध्यक्ष घनश्याम ग्रोवर है. दोनों ओबीसी वर्ग से आते है. ऐसे में भाजपा के कोर वोटर भी अपने को छला महसूस कर रहे है. वैसे भी लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सामान्य वर्ग के लोगों की टिकट बंटवारे में उपेक्षा की है. विधानसभा में क्या स्टैंड पर रहती है, यह तो अभी आने वाला वक्त बताएगा. लेकिन जानकारी निकलकर आ रही है कि 20 जुलाई को रांची में भाजपा कार्य समिति की बैठक है. इस बैठक के बाद धनबाद सहित अन्य जिलों की कमेटी का विस्तार हो सकता है.
रांची भेजी गई सूची से खुश नहीं है सांसद ढुल्लू महतो
धनबाद जिले से जिन लोगों का नाम रांची पंहुचा है, सूत्र बताते हैं कि उन नाम से सांसद ढुल्लू महतो संतुष्ट नहीं है. वैसे, महानगरऔर ग्रामीण जिला अध्यक्ष पर नकेल कसने के लिए प्रदेश कमेटी ने चार-चार लोगों के नाम मांगे है. जिस पर कि प्रदेश कमेटी निर्णय ले सके. 20 जुलाई की बैठक के बाद धनबाद महानगर और ग्रामीण जिला कमेटी में कौन-कौन लोग शामिल होते हैं. इस पर लोगों की नजर है. कमेटी से ही स्पष्ट होगा कि सांसद ढुल्लू महतो की चली या फिर विधायकों की. यह बात अलग है कि तमाम विरोध के बावजूद ढुल्लू महतो अच्छी मार्जिन से धनबाद से सांसद बन गए. लेकिन जिला कमेटी में पकड़ बनाने के लिए उन्हें अभी और प्रयास करने होंगे. लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद ही से ही यह सवाल किये जा रहे थे कि पशुपतिनाथ सिंह के बाद धनबाद भाजपा किधर जाएगी, किसकी चलेगी. वैसे, झारखंड में विधानसभा का चुनाव भी नजदीक है. ऐसे में प्रदेश कमेटी को जिला समिति के विस्तार का जल्दी बाजी है. धनबाद भाजपा का गढ़ माना जाता है. भाजपा कदापि नहीं चाहेगी कि यहां किसी भी प्रकार के विवाद को हवा मिले.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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