धनबाद(DHANBAD): धनबाद के लोदना में ग्रामीणों ने आउटसोर्सिंग कंपनी के कैंप कार्यालय को चारों तरफ से घेर रखा था. न किसी को बाहर आने दे रहे थे और न किसी को भीतर जाने दे रहे थे. भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच चुका था. धनबाद से अतिरिक्त बल भी बुला लिया गया था. पुलिस भी ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए फूंक -फूंक कर कदम उठा रही थी. स्थिति को संभालने के लिए हल्की लाठी चार्ज किया, लेकिन फिर भी स्थिति संभाल नहीं रही थी. प्रशासनिक एवं पुलिस के बड़े अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे. ग्रामीणों को समझाने का प्रयास चल रहा था. ग्रामीण हॉलपैक की चपेट में आए सूरज की लाश की मांग कर रहे थे. आउटसोर्सिंग कंपनी पर मनमानी का आरोप लगा रहे थे. इधर, रात जैसे-जैसे बढ़ रही थी, विवाद बढ़ता जा रहा था. झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह रांची में थी. विधानसभा का सत्र भी चल रहा है.
रात 11 बजे रांची से चलकर विधायक पहुंची लोदना
सूचना मिलने के बाद वह रांची से चलकर रात 11 बजे के आसपास लोदना पहुंची. उसके बाद उन्होंने स्थिति को संभालने का भरसक प्रयास किया. ग्रामीणों से मिल उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया. आउटसोर्सिंग कंपनी पर भी दबाव बनाया. पुलिस अधिकारियों से भी बातचीत की. आधी रात के बाद समझौता हुआ कि पीड़ित परिवार को 20 लाख मुआवजा और एक आश्रित को नौकरी दी जाएगी. बाकी जो नियम कायदे -कानून है, उसका भुगतान किया जाएगा. शव को भी रात 12:30 बजे के बाद जोड़ा पोखर थाने में लाया गया. उसके बाद स्थिति सामान्य की ओर बढ़ी , हालांकि दूसरे दिन शनिवार को भी इलाके में तनाव बना हुआ है. बता दें कि धनबाद के लोदना में शुक्रवार के दिन से शुरू हुआ विवाद अंधेरा होने के साथ-साथ बढ़ता गया. सुशी आउटसोर्सिंग में पेटी ठेकेदार एटी देवप्रभा से विवाद शुरू हुआ. फिर आधी रात के बाद समझौते के बाद खत्म हुआ. लेकिन तनाव अभी भी बना हुआ है.
भूली का रहने वाला सूरज हॉल पैक से कुचलकर मर गया था
भूली का रहने वाला सूरज हॉल पैक से कुचलकर मर गया. उसके बाद से विवाद शुरू हुआ. हादसे के बाद ग्रामीण उग्र हो गए. घटनास्थल पर लाश नहीं देख ग्रामीण हंगामा शुरू कर दिए. ग्रामीणों ने शव गायब करने का आरोप लगाते हुए वर्कशॉप पर हमला बोल दिया. मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायरिंग कर स्थिति को संभालने की कोशिश की. इससे लोगों का गुस्सा और भड़क गया. तोड़फोड़ और पत्थरबाजी शुरू हो गई. कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. दोनों तरफ से भिड़ंत होने लगी. भिड़ंत में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हुए है. इस घटना के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की जाए तो दोनों पक्षों की भिड़ंत में आधा दर्जन लोग घायल हुए है. नियंत्रण के लिए पुलिस ने भी लाठी चार्ज किया. एंटी देवप्रभा के निदेशक के साथ भी धक्का मुक्की करने का आरोप लगा. सुरक्षा कर्मियों ने तीन राउंड हवाई फायरिंग की. पुलिस रात 12:30 बजे सूरज के शव को जोड़ा पोखर थाना लाई , विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह की मौजूदगी में आधी रात के बाद तक त्रिपक्षीय वार्ता हुई.
20 लाख रुपए मुआवजा और नियोजन पर सहमति बनी
20 लाख रुपए मुआवजा और नियोजन पर सहमति बनी. विधायक ने राशि का भुगतान भी अपने सामने कराया. इसके पहले घटना की सूचना के बाद विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह देर शाम रांची से चल सीधे घटनास्थल पर पहुंची. उसके बाद मुआवजे की बात शुरू हुई. उन्होंने पीड़ित परिवार से भी मुलाकात की. पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि झरिया विधानसभा क्षेत्र में यह आउटसोर्सिंग कंपनी हमेशा कुछ ऐसा काम करती है, जिससे विवाद बढ़ता है. यह कंपनी किसके एजेंडे पर काम करती है, यह उन्हें आज तक नहीं पता चला है. झरिया में और भी आउटसोर्सिंग कंपनियां हैं, वहां भी गड़बड़ी होती है, लेकिन बात इतनी नहीं बिगड़ती है. लेकिन इस कंपनी में जब भी गड़बड़ी होती है, स्थिति नाजुक बन जाती है. बताया गया है कि वर्कशॉप कैंप के मुख्य गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटनाक्रम का दृश्य कैद है. मुख्य गेट से 20 फीट की दूरी पर आउटसोर्सिंग कंपनी का कार्मिक कार्यालय अवस्थित है. जहां मृतक सूरज नौकरी के लिए अर्जी जमा करने आया था, तभी वर्कशॉप से निकल रहे तेज रफ्तार हॉल पैक ने उसे रौंद दिया.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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