धनबाद(DHANBAD): तो क्या एक बार फिर यह साबित होने जा रहा है कि धनबाद जिला झारखंड राज्य का सबसे अधिक "धनवान" जिला है. रास्ता भाजपा बना रही है. यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि भाजपा के आजीवन सहयोग निधि कार्यक्रम में संभावना जताई जा रही है कि कलेक्शन में धनबाद सबसे आगे रहेगा. भाजपा के सांसद, विधायक इस दिशा में एड़ी चोटी एक किए हुए है. धनबाद भाजपा दो हिस्सों में विभक्त है. महानगर के अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह है तो ग्रामीण भाजपा के अध्यक्ष हैं ज्ञान रंजन सिन्हा. 3 -3 विधानसभा क्षेत्रों में महानगर और ग्रामीण भाजपा बंटी हुई है. महानगर में धनबाद, बाघमारा और झरिया विधानसभा क्षेत्र आते हैं तो ग्रामीण भाजपा में टुंडी, निरसा और सिंदरी विधानसभा क्षेत्र को रखा गया है. इन सब के ऊपर धनबाद संसदीय क्षेत्र से सांसद पशुपतिनाथ सिंह भाजपा से ही है. यह अलग बात है कि धनबाद लोकसभा का क्षेत्र बोकारो तक फैला हुआ है. भाजपा का अभी महा जनसंपर्क अभियान चल रहा है. यह अभियान 30 जून तक चलेगा और इसी क्रम में आजीवन सहयोग निधि की राशि का भी जुगाड़ करना है. फिलहाल धनबाद महानगर भाजपा आजीवन सहयोग निधि में आगे- आगे चल रही है.
सांसद को 25 तो विधायकों को मिला है 10 -10 लाख का टारगेट
महानगर भाजपा का लक्ष्य यह करोड़ और ग्रामीण भाजपा को भी एक करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया है. इसमें सांसद के जिम्मे 25 लाख और विधायकों के जिम्मे 10 -10 लाख है. अगर सांसद या विधायक निरसा, सिंदरी अथवा टुंडी के किसी व्यक्ति अथवा संस्था से सहयोग लेते हैं तो यह राशि ग्रामीण भाजपा के हिस्से में जाएगी. उसी तरह धनबाद, बाघमारा अथवा झरिया में किसी से सहयोग लेते हैं तो यह राशि भाजपा महानगर के खाते में जाएगी. वैसे, जानकारी के अनुसार भाजपा महानगर 30 जून के पहले ही लगभग 70 लाख रुपए की राशि का जुगाड़ कर लिया है. यह राशि प्रदेश के अन्य जिलों में कहां तक पहुंची है ,इसका तो ब्यौरा नहीं मिल पाया है लेकिन अगर दावे पर भरोसा करें तो धनबाद महानगर भाजपा अभी तक सबसे आगे है. टुंडी में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं तो झरिया में कॉन्ग्रेस की विधायक है. भाजपा के सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो लंबी बीमारी से जूझ रहे है. ऐसे में निश्चित रूप से धनबाद और बाघमारा विधानसभा क्षेत्र का सहयोग अधिक होगा. वैसे, झरिया में भी सिंह मेन्शन की बहू रागनी सिंह सक्रिय है. संभव है कि राशि का आंकड़ा फाइनल होते -होते उनकी भी हिस्सेदारी विधायकों के बराबर या उसके आसपास हो जाए. बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो भी लगे हुए है.
ज़िले में कौन रहेगा सबसे आगे की मची है होड़
धनबाद विधायक राज सिन्हा भी ताकत झोंक दिए है. अपर्णा सेनगुप्ता भी मिहनत कर रही है तो महानगर अध्यक्ष और ग्रामीण अध्यक्ष पूरी कोशिश में है कि टारगेट को पार कर लिया जाए. वैसे महानगरोऔर ग्रामीण भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल खत्म हो गया है. लेकिन प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश की जगह किसी नए अध्यक्ष की घोषणा नहीं हुई है, इसलिए शयद दोनों अध्यक्ष अपने पद पर बने हुए है. पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल भी सांसद के साथ आजीवन निधि के कलेक्शन में दिख रहे है. मतलब भले ही धनबाद जिला में भाजपा कई गुटों में बटी हो लेकिन प्रयास सामूहिक दिख रहा है कि धनबाद जिले को पूरे झारखंड में अव्वल घोषित करा दिया जाए. देखना है यह राशि कितनी होती है और इससे भाजपा के स्थानीय नेताओं को आगे क्या लाभ मिलता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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