धनबाद(DHANBAD) : धनबाद के गोविंदपुर से कारोबारी के अपहरण में उनकी मित्र मंडली ही शामिल थी. देखते-देखते करोड़ पति बनने का बहुत मित्र मंडली पर इस कदर सवार हुआ कि दोस्त का ही अपहरण कर फिरौती मांगने लगे. पुलिस ने जब जांच-पड़ताल की तो इस बात का खुलासा हुआ कि रंजीत शर्मा के दोस्तों ने ही उनका अपहरण किया था, प्लानिंग भी की थी. गिरफ्तार अपराधियों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. रंजीत शर्मा के घनिष्ट मित्र ने ही पर्दे के पीछे रहकर पूरी प्लानिंग की थी. उसकी मंशा थी कि मामूली घटना को अंजाम देकर करोड़पति बन जाएंगे, लेकिन योजना विफल हो गई और वह पुलिस की गिरफ्त में आ गए. इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड रंजीत शर्मा के दो दोस्त थे. रंजीत शर्मा और उनके बेटे को उठाने के बाद अपहरण करने वाले पहले अपने को सीबीआई वाला बताए, फिर 5 करोड रुपए की फिरौती मांगी.
पहले पांच करोड़ फिरौती मांगी फिर एक करोड़ पर अटके
जब उन्हें पता चलता है कि इतनी की औकात अपहृत की नहीं है, तो एक करोड़ पर उतर आये थे. फिर मारपीट और लूट कर छोड़ दिया. यह सब हुआ था शनिवार को गोविंदपुर थाना क्षेत्र में. अपहरण करने के लिए एसयूवी का इस्तेमाल किया गया. चार अपहरणकर्ताओं ने शनिवार को गोविंदपुर के कुरची मोड़ से कोयला कारोबारी रंजीत शर्मा और उनके चार वर्षीय पुत्र का अपहरण कर लिया. अपहरणकर्ताओं ने रंजीत शर्मा से 5 करोड रुपए की मांग की. यही नहीं कारोबारी के फोन से उनके दोस्तों को फोन कर 5 करोड़ की फिरौती मांगी. जिसे देने में उन लोगों ने असमर्थता जताई. फिर रंगदारी की रकम एक करोड रुपए कर दी गई. करीब 9 घंटे के बाद रंजीत शर्मा को मारपीट और लूटपाट कर अपराधियों ने उनके पुत्र के साथ महुदा मोड़ ले जाकर छोड़ दिया. जानकारी निकल कर आ रही है कि अपहरणकर्ता रंजीत शर्मा के सामने बच्चे को बांधकर पीटते रहे और पैसे का डिमांड करते रहे. रंजीत शर्मा कहते रहे कि वह इतने बड़े आदमी नहीं है कि फिरौती की रकम दे सके. इस पर अपहरण करने वाले रंजीत शर्मा जहां नौकरी करते हैं, उनके मालिक सहित अन्य लोगों को रंजीत के फोन नंबर से फोन करते रहे.
अपहरण की सूचना के बाद रेस हुई थी पुलिस
इधर, परिजनों से मिली शिकायत के बाद गोविंदपुर पुलिस की सूचना पर तेतुलमारी पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर थाना क्षेत्र के एक होटल में छापेमारी की. होटल से एक पकड़ा गया, वहीं दूसरा सुभाष चौक से गिरफ्तार हुआ. दो अपराधी फरार हो गए. रंजीत शर्मा अपने पुत्र के साथ गोविंदपुर बाजार गेहूं पिसवाने गए थे .लौटने के क्रम में अपराधियों ने उनकी बाइक रोकी और पिता पुत्र का अपहरण कर लिया. इसकी सूचना मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को दी. पुलिस को रंजीत शर्मा की पत्नी ने पति और बेटे की अपहरण की लिखित सूचना दी. उसके बाद पुलिस रेस हुई. पत्नी ने बताया कि परिवार वाले लगातार रंजीत शर्मा के मोबाइल पर फोन कर रहे थे, लेकिन फोन बंद मिल रहा था. शाम 4 बजे जब कॉल रिसीव हुआ तो अपहरण करने वालो ने कहा कि घबराइए मत, वह लोग सीबीआई वाले हैं. रंजीत शर्मा परिवार के साथ पिछले 4 वर्ष से गोविंदपुर में घर बना कर रह रहे हैं. पहले धनबाद के पुलिस लाइन में रहते थे. वह मूलत बिहार के गया के रहने वाले हैं. झरिया के किसी कोयला कारोबारी के साथ जुड़कर कोयला का काम करते हैं. अपहरणकर्ताओं ने उनकी मोबाइल, घड़ी, चैन व अंगूठी ले ली है. उनके साथ मारपीट भी की है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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