धनबाद(DHANBAD): धनबाद शहर कम से कम 72 घंटों तक बूंद बूंद पानी को तरसेगा. मैथन जलापूर्ति योजना से जलापूर्ति ठप रहेगी. डीवीसी मैथन में इलेक्ट्रॉनिक स्मार्ट मीटर लगा रहा है, जिसे वह जान सकेगा कि रोज मैथन से कितना पानी शहरी जलापूर्ति के लिए छोड़ा जा रहा है. मंगलवार और बुधवार को तो पानी आपूर्ति नहीं होगी, गुरुवार को पानी छोड़ा जा सकता है, लेकिन गुरुवार को भी जलापूर्ति होगी, इसमें संदेह है. मैथन से धनबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक रॉ वाटर पहुंचने में 9 घंटे का वक्त लगता है .इस पानी को फिल्टर करने में 6 घंटे और लगते हैं. इस हालत में कम से कम जल मीनारों में पानी छोड़ने में 15 घंटे का वक्त लग सकता है. और गुरुवार को सभी जल मीनारों को भरना संभव भी नहीं है, इसलिए अधिकांश क्षेत्रों में गुरुवार को भी लोगों को पानी संकट झेलना पड़ सकता है. एक आंकड़े के मुताबिक मैथन जलापूर्ति योजना पर धनबाद के चार लाख लोग निर्भर हैं. धनबाद में पानी का कोई वैकल्पिक स्रोत नहीं होने की वजह से भी लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ सकती है.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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