Dhanbad ! गोबिंदपुर में क्यों भड़का आक्रोश, क्यों की गई सड़क जाम, पढ़िए इस रिपोर्ट में !

धनबाद (DHANBAD): धनबाद के गोविंदपुर में रविवार को आक्रोश चरम पर था. आक्रोशित लोग सड़क जाम कर दी थी. सड़क जाम हटाने में पुलिस को कड़ी मेहनत करनी पड़ी. दरअसल, गोविंदपुर के मुर्गाबनी की रहने वाली नसीमा खातून की प्रसव के बाद हुई मौत को लेकर इलाके में आक्रोश फैल गया. परिजनों ने लक्ष्मी नर्सिंग होम के डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे. जानकारी के अनुसार 2 फरवरी 2025 को नसीमा खातून ने जुड़वे बच्चों को जन्म दिया था. ऑपरेशन से बच्चे हुए थे. लेकिन ऑपरेशन के बाद से ही खून का बहना नहीं रूक रहा था. हालत बिगड़ने पर लोकल अस्पताल से उसे बेहतर इलाज के लिए पहले धनबाद के SNMMCH और उसके बाद रिम्स रेफर कर दिया गया.
रिम्स में शनिवार को नसीमा खातून की मौत हो गई
रिम्स में शनिवार को नसीमा खातून की मौत हो गई. रविवार को जैसे ही शव गोविंदपुर पंहुचा, परिजन और ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया. उनका आरोप था कि स्थानीय नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने इलाज में घोर लापरवाही बरती है. जिसके कारण महिला की हालत बिगड़ी. परिजनों का कहना था कि अगर सही समय पर सही इलाज होता तो जान बचाई जा सकती थी. महिला ने गोविंदपुर के लक्ष्मी नर्सिंग होम में बच्चों को जन्म दिया था. आरोप है कि लक्ष्मी नर्सिंग होम में ही चिकित्सीय लापरवाही बरती गई. इसके बाद महिला की हालत बिगड़ती चली गई. और उसकी मौत हो गई. सड़क जाम के बाद पुलिस पहुंची. पुलिस ने भरोसा दिया है कि परिवार की शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और मामले की पूरी जांच की जाएगी. इधर नर्सिंग होम मैनेजमेंट का कहना है कि मरीज के इलाज में कोई लापरवाही नहीं की गई है. जब स्थिति गंभीर हुई तब बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया.
क्या कहना है नर्सिंग होम प्रबंधन का
नर्सिंग होम प्रबंधन का कहना है कि मरीज नसीमा खातून, पति माजिद अंसारी, ग्राम मुर्गाबनी, गोविंदपुर को लक्ष्मी नर्सिंग होम ,गोविंदपुर में दिनांक 2 फरवरी 2025 को आकस्मिक स्थिति में 4 बजे सुबह भर्ती किया गया था. मरीज का पहले से एक बड़ा ऑपरेशन (सिजेरियन) हुआ था और इस बार जुड़वा बच्चों की मां बनने वाली थी. भर्ती के समय मरीज लेबर पेन में थी और उसके सिजेरियन के टांके में दर्द था. इस कारण मरीज का आकस्मिक ऑपरेशन सुबह 6 बजे किया गया. ऑपरेशन के बाद दो जुड़वां स्वस्थ बच्चों का जन्म हुआ. जिसे मरीज के परिजनों को सौंप दिया गया. ऑपरेशन के दौरान भी कोई भी दिक्कत नहीं हुई. ऑपरेशन के 8 घंटे बाद मरीज को लाल पेशाब आया एवं मुंह से खून आने की शिकायत मिली. उसके बाद सीबीसी और लीवर की जांच कराई गई,तो पता चला कि मरीज का प्लेटलेट काउंट 20000 है और मरीज का लीवर एंजाइम भी बढ़ा हुआ है. बीपी भी बढ़ा हुआ है. इससे पता चला कि मरीज हेल्प (HELLP) सिंड्रोम से ग्रसित है, जो कि Pre eclampsia की एक जटिल अवस्था है. मरीज को बीपी कम करने की दवा दी गई एवं प्लेटलेट चढ़ाने और रेफर करने की सलाह दी गई. जिसे परिजनों के द्वारा मान लिया गया एवं मरीज को संतुलित अवस्था में रेफर किया गया.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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