धनबाद(DHANBAD): धनबाद जिले के 15 बड़े अस्पतालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है. इन अस्पतालों के 122 मामले संदेह के घेरे में है. जानकारी के अनुसार पूरे मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई गई है. जांच में अगर गड़बड़ी पाई गई, तो इन पर कार्रवाई हो सकती है. यह सभी अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत इलाज करने वाले अस्पताल है. इन अस्पतालों के कुल 122 मामलों पर गड़बड़ी करने का संदेह है.
राष्ट्रीय एंटी फ्रॉड इकाई ने इन मामलों को पकड़ा है
सूत्रों के अनुसार आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की राष्ट्रीय एंटी फ्रॉड इकाई ने इन मामलों को पकड़ा है. इन अस्पतालों द्वारा इलाज के बाद भुगतान के दावों पर संदेह हुआ. यह सारे मामले 2018 से लेकर 2022 तक के है. इन मामलों की पूरी सूची धनबाद के सिविल सर्जन को उपलब्ध करा दी गई है. अब इसकी जांच होगी. सूत्रों के अनुसार संदेहास्पद मामलों की सूची झारखंड स्टेट आरोग्य समिति ने 25 अक्टूबर को ही धनबाद के सिविल सर्जन को भेज दी थी. लेकिन अब जाकर जांच कमेटी गठित हुई है.
क्या है आयुष्मान भारत योजना और किसे मिलता है लाभ
बता दे कि केन्द्रीय स्वास्थ मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही इस योजना का लाभ भारत के नागरिकों को दिया जाता है. जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है. प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना में ही प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को भी जोड़ा गया है. जिसमें योजना के अंतर्गत आने वाले सारे निजी अस्पताल और सरकारी अस्पतालों में योजना के लाभार्थी इलाज करवा सकते हैं.इस योजना में कई बड़े अस्पतालों को भी शामिल किया गया है. जिससे किसी बड़ी बीमारी के इलाज के लिए गरीबों को परेशानी न उठानी पड़े. योजना में शामिल व्यक्तियों का अस्पताल में भर्ती होने से लेकर बीमारी के खर्च भी सरकार ही करती है. आयुष्मान भारत योजना का लाभार्थी किसी भी राज्य में जाकर भी योजना का लाभ उठा सकता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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