धनबाद(DHANBAD): दबंगता के लिए लड़ाई ऐसी कि सभी बंदिशों की हदें पार हो गई. पार्टी लाइन भी कोई काम नहीं आया. भाजपा के ही दो गुट आपस में टकरा गए और टकराये ऐसे कि जमकर लाठी, डंडे चले. पत्थर बाजी हुई, यह सब हुआ लोयाबाद थाना क्षेत्र के एकड़ा शिव मंदिर के समीप. सोमवार की रात 8:30 बजे यह इलाका रण क्षेत्र में बदल गया था. मारपीट में आधा दर्जन लोग घायल हुए है. एक की स्थिति गंभीर बताई गई है. उसे दुर्गापुर रेफर कर दिया गया है. वह ढुल्लू महतो का समर्थक बताया जाता है. घटना की सूचना के बाद पुलिस पहुंची लेकिन स्थिति बेकाबू होने की अंदेशा से अन्य थानों की पुलिस को भी बुला लिया गया था. पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. एक गुट विधायक ढुल्लू महतो का था तो दूसरी ओर सिंह मेंशन की भाजपा नेत्री रागिनी सिंह के समर्थक थे. लोग बताते हैं कि दोनों पक्षों में लोयाबाद मोड पर किसी बात को लेकर विवाद हो गया.
ढुल्लू समर्थक की हालत गंभीर, दुर्गापुर रेफर
इसके कुछ ही देर बाद शिव मंदिर के समीप दोनों गुट आपस में भिड़ गए. दोनों पक्ष तलवार, लाठी ,डंडे और पत्थर से एक दूसरे पर हमला बोल रहे थे. इस हिंसक झड़प में विधायक समर्थक यशवंत सिंह, अनिल पासवान तथा पारस कुमार घायल हो गए. सभी को तत्काल SNMMCH ले जाया गया. यशवंत को अशर्फी अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी हालत बिगड़ती देख उसे दुर्गापुर रेफर कर दिया गया. घायल विधायक समर्थकों ने बताया कि सत्येंद्र केवट ने अपने समर्थकों के साथ तलवार से जसवंत सिंह पर हमला किया. सूचना पाकर हम लोग पहुंचे तो हम लोगों को भी मारपीट कर घायल कर दिया गया. वहीं दूसरे पक्ष के सत्येंद्र केवट, जो जनता श्रमिक संघ से जुड़े हैं, की पत्नी ने कहा कि वासुदेवपुर 14 नंबर बस्ती के सुनील राय के समर्थक 30 -40 की संख्या में हथियार से लैस होकर आए और होटल और घर पर हमला बोल दिया.
छावनी में बदल कर नियंत्रित किये गए हालात
पथराव हुआ और तोड़फोड़ की गई. इससे सुजीत केवट बुरी तरह से घायल हो गए. मारपीट की सूचना पर पुलिस पहुंची. पुलिस का कहना है कि छठ की सफाई के दौरान शॉर्ट सर्किट से वासुदेवपुरम 14 नंबर का ट्रांसफार्मर जल गया. इसी को लेकर विवाद की शुरुआत हुई. स्थिति को बेकाबू होने की आशंका से केंदुआ, पुटकी, भागाबांध ,जोगटा तथा लोयाबाद थाना की पुलिस को घटनास्थल पर बुला लिया गया था. घटना की वजह चाहे जो भी हो, यह तो पुलिस जांच में खुलासा होगा लेकिन इस घटना के राजनीतिक माने- मतलब निकाले जा रहे है. विधायक ढुल्लू महतो भी भाजपा से ही विधायक हैं और रागिनी सिंह भी भाजपा की ही राजनीति करती है. ऐसे में उनके समर्थक जिस तरह टकराये इसकी चर्चा होनी ही थी और शुरू भी हो गई है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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