धनबाद(DHANBAD): धनबाद के सिजुआ में माफिया के "यूथ विंग" ने एक बार फिर अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर कई थानों की पुलिस को परेशान कर दिया है. कोयले के अवैध धंधे में अपनी खोई जमीन को पाने के लिए एक युवक की जान ले ली है. पुलिस भी इस मामले में सचेत है और फूक फूक कर कदम रख रही है. पुलिस के तेवर भी कड़े हैं .पुलिस ने हत्या के आरोपी और आर्म्स एक्ट में शनि सिंह और प्रकाश सिंह को जेल भेज दिया है. बावजूद इलाके में निगरानी कर रही है.
पूरा मामला
जैसी की सूचना है पुलिस ने घटना के दिन देर रात को कांग्रेस नेता रणविजय सिंह के आवास पर भी छापेमारी की. पुलिस ने सिजुआ मोड़ स्थित आवास से उनके निजी सुरक्षा गार्ड का हथियार तथा बिना नंबर की स्कॉर्पियो जब्त की है. कांग्रेस नेता के निजी सुरक्षा गार्ड रात्रि विश्राम को गए थे. हालांकि बताया गया है कि हथियार लाइसेंसी हैं और गाड़ी के भी कागजात हैं. पुलिस यही नहीं रुकती है, हत्याकांड के आरोपी शनि सिंह और प्रकाश सिंह के घर पर छापेमारी कर दो लोडेड मैगजीन और 19 जिंदा कारतूस बरामद किया है. जब्त कारतूस 9 एमएम पिस्टल के हैं. उनके घर से एस्कॉर्ट वाहन के अलावा चार फोर व्हीलर जब्त किए गए हैं. आश्चर्यजनक बात है की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल अभी भी पुलिस खोज ही रही है.सिजुआ 10 नंबर मोड पर शनिवार की शाम साहिल खान नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गोली बहुत ही नजदीक से मारी गई है. मृत युवक की पीठ की बाईं तरफ से डॉक्टर ने एक गोली निकाली है.
दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज
इधर, इस मामले में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं. एक मुकदमा मृतक के मां के बयान पर दर्ज हुआ है जबकि दूसरा मुकदमा थानेदार के फर्द बयान पर दर्ज हुआ है .जेल गए शनि सिंह और प्रकाश सिंह मजदूर नेता रहे स्वर्गीय सकलदेव सिंह के भतीजे और कांग्रेस नेता रणविजय सिंह के चचेरे भाई हैं. शनि सिंह पर आरोप है कि कमर से पिस्तौल निकाल कर साहिल को गोली मार दी. यह आरोप मुकदमे में मृतक की मां ने लगाई है ,जबकि घर से मिली गोली और मैग्जीन के मामले में जोगता थाना प्रभारी ने कहा है कि छापेमारी में अवैध रूप से छिपा कर रखे गए दो मैगजीन और गोलियां बरामद की गई है.
युवक का शव पहुंचते ही माहौल गमगीन
पोस्टमार्टम के बाद रविवार की शाम युवक का शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. वैसे पुलिस चौकस थी. चौक चौराहों को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. फिलहाल पुलिस कैंप कर रही है. मजदूर नेता रहे सकलदेव सिंह की भी हत्या कर दी गई थी, जबकि उनके भाई विनोद सिंह की भी एके-47 का मुंह खोलकर जान ले ली गई थी. हाल के दिनों में फिर यह परिवार गोली, बंदूक और मारपीट को लेकर चर्च में है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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