धनबाद(DHANBAD):धनबाद के जोगता में शुक्रवार को वर्चस्व के लिए की गई फायरिंग और बमबाजी को पुलिस ने गंभीरता से लिया है.इस मामले में विधायक ढुल्लू महतो, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हरेंद्र चौहान और कांग्रेस नेता राजकुमार महतो को भी आरोपी बनाया गया है. इस हिंसक झड़प के मामले में पुलिस ने 107 नामजद सहित 250 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इधर एसएसपी ने कहा है कि मामले की जांच के लिए ग्रामीण एसपी की अगुवाई में एसआईटी गठित की गई है.वीडियो और फोटो से आरोपियों को चिन्हित किया जा रहा है.
घटना के पीछे मजदूर नहीं बल्कि किराए पर बुलाए गए गुंडे थे
पुलिस का यह मानना है कि घटना के पीछे मजदूर नहीं बल्कि किराए पर बुलाए गए गुंडे थे. सूची बनाई जा रही है, जिनके नाम तीन घटनाओं में होगा, उनके खिलाफ सीसीए लगाने की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में कुल तीन एफआईआर दर्ज की गई है. कोल डंप में प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी बबलू दास की लिखित शिकायत पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस आरोपियों की धर पकड़ के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. इस बार पुलिस जिस हिसाब से रेस हुई है, लगता नहीं है कि वर्चस्व की जंग के लिए बमबाजी करने वाले लोग बचेंगे.
पुलिस के कड़े रुख के बाद शनिवार को डंप परिसर में सन्नाटा पसरा रहा
इधर पुलिस के कड़े रुख के बाद शनिवार को डंप परिसर में सन्नाटा पसरा रहा. कुल 17 गाड़ियों का अलॉटमेंट था, लेकिन एक भी गाड़ी नहीं पहुंची .लोडिंग प्वाइंटों पर इस तरह की गुंडागर्दी कोई पहला मामला नहीं है .मजदूरों की आड़ में सफेदपोश यह सब कराते हैं. इसके पीछे उनकी कुछ और मनसा होती है. मजदूरों के नाम पर नेतागिरी की जाती है. जोगता में भी यही सब हुआ है. पुलिस के सामने शुक्रवार को जिस तरह बमबाजी और फायरिंग की गई, वह डरानेवाली थी. आंदोलन करने वाले कहते हैं कि मजदूरों के लिए वह आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन सच्चाई यह होती है कि मजदूरों का इससे कुछ भला होता नहीं है. शुक्रवार को यहां भारी बवाल हुआ था. लाठी डंडे चले थे. बम गोलियां चली थी. लेकिन अब पुलिस इस मामले को लेकर रेस हुई है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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