धनबाद(DHANBAD): काफ़ी वक़्त गुज़र जाने के बाद भी झारखंड में नगर निगम और नगर निकाय का चुनाव नहीं हो पाया है , ज़ाहिर है आज नगर निगम में ना तो कोई पार्षद है और न ही कोई वार्ड कमिशनर. लंबे समय से ये तमाम स्थानीय जन प्रतिनिधि बेकार बैठे हैं. ना इनके पास कोई काम है और ना ही किसी की मदद कर सकते लेकिन लोकसभा चुनाव आते ही एक बार इनकी पूछ बढ़ गई है जानिए कैसे.....
18 जून 2020 को इनका कार्यकाल खत्म हो गया था. उसके बाद निठल्ले थे. झारखंड में निगम का चुनाव भी नहीं हो सका है. लेकिन लोकसभा चुनाव ने एक बार फिर इन्हें सक्रिय कर दिया है. प्रत्याशी पूछने लगे है. पिछले हफ्ते भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो ने लगभग 35 पूर्व वार्ड पार्षदों को बुलाकर बैठक की थी. तो उसके बाद झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने भी कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह के पक्ष में 15 पार्षदों को बुलाकर बैठक की है. धनबाद नगर निगम में कुल 55 पूर्व वार्ड पार्षद है. स्वाभाविक है, वार्ड पार्षद जमीन से जुड़े होते है. मोहल्ले की एक - एक गली, चौराहे को पहचानते है. लोगों की मानसिकता को भी समझते है. वोटरों को घर से निकालने में भी उनकी बड़ी भूमिका होती है. कौन किस पार्टी का सपोर्टर है, यह भी वह जानते है. इसलिए अचानक उनकी पूछ बढ़ गई है. आगे पूर्व वार्ड पार्षद क्या करेंगे, यह तो 4 जून को ही पता चलेगा. लेकिन धनबाद में धीरे-धीरे सूर्य की तपिश की तरह चुनाव की तपिश भी बढ़ने लगी है. यही वजह है कि अचानक नगर निगम के निवर्तमान वार्ड पार्षद चर्चा में आ गए है.
2015 में निगम चुनाव जीतने वाले पार्षदों में भाजपा समर्थक अधिक थे
उम्मीदवार उन्हें अपने पक्ष में करने की कोशिश में लगे हुए है. धनबाद नगर निगम के वार्ड पार्षदों ने "निठल्ला" की जिंदगी छोड़कर लोकसभा चुनाव में सक्रिय हो गए है. 2015 में निगम चुनाव जीतने वाले पार्षदों में भाजपा समर्थक अधिक थे. कुल 55 पार्षदों में से 30 से अधिक भाजपा से जुड़े बताए जाते है. वहीं कांग्रेस ,झारखंड मुक्ति मोर्चा और मासस से जुड़े पार्षद भी विजय हुए थे. वैसे भी धनबाद लोकसभा सीट इस बार महत्वपूर्ण हो गई है. सबकी नजर धनबाद लोकसभा सीट पर गड़ी हुई है. यह अलग बात है कि सोमवार को नामांकन का अंतिम दिन है. शनिवार तक एनडीए तथा इंडिया गठबंधन सहित मासस व निर्दलीयों को मिलाकर कुल 18 लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. सोमवार यानी आज नामांकन की अंतिम तिथि है. नामांकन के लिए 11 से दोपहर के 3 बजे तक का समय निर्धारित है. नामांकन पत्रों की जांच 7 मई को होगी. 9 मई के दिन के 3 बजे तक नामांकन वापस लिए जा सकते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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