धनबाद(DHANBAD): धनबाद लोकसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार बदले जाने के बाद क्या दबे पांव नाराजगी बढ़ रही है. यह सवाल इसलिए उठ रहा है कि सब कुछ ठीक-ठाक करने के लिए पहले संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह धनबाद पहुंचे. फिर शुक्रवार को झारखंड के भाजपा प्रभारी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई धनबाद आए. सांसद पशुपतिनाथ सिंह के घर गए. विधायक राज सिन्हा के घर गए. धनबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार सत्ता सौंपने के लिए कार्यकर्ता एकजुट होकर काम करें .यह भी कहा कि देश को मजबूत सरकार देने के लिए मिशन 400 पार को पूरा करना है.
प्रदेश प्रभारी नेताओं के घर जा कर कर रहे बातचीत
धनबाद में लोकसभा प्रत्याशी की घोषणा के बाद विभिन्न स्तरों पर उठ रहे विरोध की आवाज को कम करने तथा नाराज नेताओं को मनाने के लिए भाजपा लगातार सक्रिय है. प्रदेश प्रभारी सांसद पशुपतिनाथ सिंह के आवास पर भी गए. उनसे काफी देर तक बातचीत की. क्या बातचीत की, उन्होंने क्या कहा, इसका तो खुलासा नहीं हुआ है. वैसे पशुपतिनाथ सिंह भाजपा के सभी कार्यक्रमों में मौजूद दिख रहे हैं .वह मन से दिख रहे हैं अथवा शरीर से, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. क्योंकि कोयलांचल में अजातशत्रु के नाम से जाने जाने वाले पशुपतिनाथ सिंह का टिकट कटना एक बड़े वर्ग को पच नहीं रहा है. झारखंड प्रभारी विधायक राज सिन्हा के आवास पर भी गए और उनसे बातचीत की. वहां उनका स्वागत हुआ. मीडिया से बातचीत भी की. प्रदेश प्रभारी का नेताओं के घर जाना और उनसे बातचीत करना, पार्टी समर्थक इसे डैमेज कंट्रोल के रूप में देख रहे हैं.
ढुल्लू महतो को उम्मीदवार घोषित करने के बाद कार्यकर्ताओं में नाराज़गी
गुरुवार को प्रदेश प्रभारी बोकारो में थे. उन्होंने बोकारो के विधायक विरांची नारायण को भी सक्रिय होने के लिए कहा. चिटाही धाम भी गए. वहां धनबाद लोकसभा के प्रत्याशी विधायक ढुल्लू महतो के साथ पूजा अर्चना की. फिर गिरिडीह लोकसभा सीट के लिए कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की. जो भी हो लेकिन विधायक ढुल्लू महतो को उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिख रही है. यह अलग बात है की नाराजगी कभी खुलकर बाहर आती है तो कभी दबे पांव. शायद नेतृत्व को इसकी पूरी जानकारी है और इसी के तहत लगातार बड़े नेताओं के दौरे हो रहे हैं.
कर्मवीर सिंह ने तो जिला कार्यालय में बैठक की. लोगों को संबोधित किया. उन्होंने भी दावा किया था कि कहीं कोई नाराजगी नहीं है. फिर प्रदेश प्रभारी पहुंचे और नेताओं के घर-घर गए और उनसे बात की . यह कहना भी यहां गलत नहीं होगा कि निरसा, धनबाद और बोकारो तीन विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां के मतदाता धनबाद लोकसभा सीट के परिणाम में बड़ी भूमिका निभाते हैं. निरसा से अभी अपर्णा सेनगुप्ता भाजपा से विधायक हैं. तो धनबाद से राज सिन्हा विधायक हैं और बोकारो से भाजपा के ही विधायक हैं. यह अलग बात है कि धनबाद लोकसभा से टिकट पाने की रेस में कई विधायक थे. लेकिन बाजी बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने मार ली.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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