धनबाद(DHANBAD): धनबाद में देवघर के दो साइबर अपराधियों को मीट खाने का शौक महंगा पड़ गया. कहानी रोचक है और उनके कारनामे भी काम चौंकाने वाले नहीं हैं.1400 रुपया देकर चार सौ का मीट लेने की उनकी ईच्छा पुलिस तक पहुंचा दिया.दरअसल, धनबाद के सरायढेला में गुरुवार को दो साइबर ठग दूसरे के बैंक खाते से रकम ट्रांसफर कराकर मीट खरीदने पहुंचे थे. दोनों ने सराय ढेला स्टील गेट स्थित मीट दुकानदार को ₹1400 यूपीआई ट्रांसफर कर बदले में ₹400 की मीट और ₹1000 नगद लौटने की पेशकश की. दुकानदार ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. बाद में दोनों ने 400 ट्रांसफर किए और मीट खरीद कर वहां से जाने लगे. इसी बीच दुकानदार को पुलिस ने फोन कर बताया कि जिसने भी अभी ₹400 का भुगतान किया है, उसे तत्काल पकड़ लिया जाए. पुलिस की सूचना पर दुकानदार ने स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को पड़कर रखा. पकड़े गए दोनों लड़कों को दुकान के सामने बांधकर स्थानीय लोगों ने उनकी कुटाई भी की. पकड़े गए दोनों साइबर अपराधी देवघर के सारठ के रहने वाले हैं. दोनों फिलहाल पुलिस के कब्जे में है. एक का नाम कुशाल दास बताया जा रहा है. दरअसल, साइबर अपराध का दंश दुकानदार भी झेल रहा था. दुकानदार के पास इसके पहले किसी ठग ने उसके खाते में 9, 991 रुपए ट्रांसफर कर बदले में नगद ली थी. इसके बाद दुकानदार पुलिस जांच के दायरे में आ गया. ठगी की रकम होने की पुष्टि के बाद पुलिस ने दुकानदार के बैंक खातों को कुछ दिनों के लिए फ्रिज करा दिया था. इसलिए दुकानदार इस बार सतर्क और चौकस था. जैसे ही पुलिस का फोन आया ,दोनों का पीछा किया गया. लोगों ने दोनों को दौड़ाकर पकड़ लिया. भागने के दौरान एक आरोपी बाउंड्री फांदने के चक्कर में गिर गया. जिससे उसका हाथ भी टूट गया. पकड़ाने के बाद दोनों साइबर अपराधी लोगों से अनुरोध करते रहे कि उन्हें जितना पैसा लेना है ले ले, लेकिन उन्हें छोड़ दें. लेकिन लोग माने नहीं और उनकी कुटाई करने के बाद पुलिस को सौंप दिया. पुलिस की तमाम चौकसी के बाद भी साइबर अपराधी धनबाद को ठिकाना बनाए हुए हैं. कभी किसी को ठगते हैं तो कभी किसी बहाने खाते से पैसा उड़ा लेते हैं. अभी हाल ही में खुलासा हुआ था कि बीएसएनएल के मोबाइल का केवाईसी अपडेट कराने के नाम पर लोगों को संदेश भेजा जा रहा है. कहा जा रहा था कि हम जैसे बता रहे हैं, वैसा करें तो घर बैठे ही केवाईसी अपडेट हो जाएगा. धनबाद में साइबर ठगी का यह नया तरीका था. कई लोगों ने बीएसएनएल के कार्यालय में जाकर शिकायत भी की. अधिकारियों ने भी स्वीकार किया कि उनके पास भी इस तरह की संदेश आए हैं. जो भी हो साइबर अपराधी एक बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं. जामताड़ा से निकले साइबर ठगों की करतूत से पूरे देश की पुलिस परेशान है. पुलिस एक तरीके को बंद करती है तो ठगी करने वाले दूसरे तरीके को अख्तियार कर ठगने का काम शुरू कर देते हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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