धनबाद (DHANBAD) : धरना के 351 वे दिन धरनार्थी उग्र हो गए. मंगलवार को सीधे जाकर नगर आयुक्त के कार्यालय के बाहर बैठ गए. किसी को ना अंदर जाने दे रहे थे और नगर आयुक्त को बाहर निकालने दे रहे थे. लेकिन शाम होते-होते यह आंदोलन नोकझोंक, मारपीट और गाली गलौज में तब्दील हो गया. नगर आयुक्त को 6 घंटे तक आंदोलनकारियों ने बंधक बनाए रखा. शाम को निकलते वक्त उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. किसी तरह निकलकर नगर आयुक्त घर जाने लगे तो उनके गाड़ी के आगे आंदोलनकारी लेट गए. इस दौरान निगम कर्मियों और आंदोलनकारियों के बीच सड़क पर धक्का-मुक्की होती रही. पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा, तब जाकर मामला शांत हुआ.
धनबाद थाने में शिकायत दर्ज
इस घटना को लेकर निगम और आंदोलनकारियों की ओर से धनबाद थाने में शिकायत की गई है. कुल मिलाकर 6 घंटे तक निगम कार्यालय में हाई वोल्टेज ड्रामा चला. आंदोलनकारी नियोजन की मांग कर रहे हैं. वह झमाड़ा के मृत कर्मियों के आश्रित हैं. झमाडा के अभी प्रभारी एमडी नगर आयुक्त ही है. आंदोलनकारियों का कहना है कि वह झमाङा कार्यालय में बैठते ही नहीं है, बात नही करते हैं. इसलिए उन्हें निगम कार्यालय आना पड़ा. हालांकि इस घटना ने कई तरह के सवाल खड़े किए हैं. आरोप लग रहे हैं कि निगम को प्रशासन का सहयोग नहीं मिला. बुलाने पर अधिकारी नहीं पहुंचे. इसके खिलाफ निगम कर्मियों ने बुधवार से हड़ताल की घोषणा कर दी है.
जलापूर्ति को छोड़कर सारे काम रहेंगे ठप
निगम कर्मियों का कहना है कि जलापूर्ति को छोड़कर सारे काम ठप रहेंगे. निगम कर्मियों का यह भी कहना है कि जब नगर आयुक्त ही सुरक्षित नहीं है तो हम लोगों की क्या औकात. पुलिस प्रशासन पर भी सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है. 22 फरवरी 2022 से आश्रित नियोजन के लिए धरना पर बैठे हैं. इनकी संख्या लगभग 108 है. मंगलवार को निगम कर्मी और आश्रितों के बीच मुख्य द्वार पर दो बार झड़प हुई. कार्यालय से निकल रहे नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी की गई. अपशब्दों का प्रयोग भी किया गया. धनबाद क्लब के पास नगर आयुक्त की गाड़ी के सामने सड़क पर आंदोलनकारी लेट गए थे. आश्रितों को हटाने के क्रम में निगम कर्मियों के साथ उनकी मारपीट भी हो गई. कुल मिलाकर मंगलवार का दिन हाई वोल्टेज ड्रामा का दिन रहा. निगम कर्मी हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है. अब देखना है कि आगे इन मामले में क्या होता है. मंगलवार की देर रात गए घेराव में शामिल के खिलाफ निगम के कार्यपालक पदाधिकारी मोहम्मद अनीस ने धनबाद थाने में लिखित शिकायत की है. इनमें 20 आश्रितों को नामजद किया गया है. धनबाद थाने में निगम कर्मियों के खिलाफ मारपीट करने, गाली गलौज करने की शिकायत की गई है. अब देखना है कि यह मामला निगम और पुलिस प्रशासन के बीच प्रतिष्ठा का प्रश्न बन जाता है और इसका हल ढूंढ लिया जाता है.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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