धनबाद(DHANBAD): धनबाद की भूली में शौचालय टंकी की सफाई के दौरान एक सफाई कर्मी की मौत और दो के घायल होने के मामले में भूली टाउन प्लानिंग विभाग घिरता जा रहा है. शौचालय की टंकी साफ करने उतरे तीन मजदूरों में एक की मौत हो गई थी, जबकि दो गंभीर रूप से बीमार हो गए थे. इस मामले को लेकर लगातार जांच की कार्यवाही चल रही है. राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष अंजना पवार गुरुवार को धनबाद पहुंची और धनबाद के उपायुक्त, नगर आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
सफाई कर्मियों का नहीं होता रेगुलर हेल्थ चेकअप
सफाई मजदूरों की समस्याओं से भी अवगत हुई. समीक्षा के दौरान सफाई कर्मियों का नियमित हेल्थ चेक अप नहीं कराए जाने को लेकर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि आंशिक क्षतिपूर्ति के रूप में मृतक बबलू बाल्मीकि के परिजनों को दस लाख का भुगतान हो जाना चाहिए था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया. इधर, इसके एक दिन पहले बुधवार की शाम नगर निगम की टीम भी घटनास्थल पर जाकर मामले की जांच की. किस परिस्थिति में सफाई मजदूर नीचे उतरे, कैसे बेहोश हुए, बेहोशी की हालत में कितनी देर टंकी के अंदर रहे, कैसे बाहर निकाला गया आदि की जानकारी ली.
पूरे देश में मैनुअली टंकी सफाई पर है रोक
जांच टीम का मानना है कि जब पूरे देश में मैनुअली टंकी सफाई पर रोक है तो आखिर किस स्थिति में सफाई करने का आदेश दिया गया. सफाई के दौरान सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया. भूली टाउन प्रशसन को निगम से संपर्क करना चाहिए था. जांच टीम ने बताया कि पूरे मामले की रिपोर्ट बना कर नगर आयुक्त को दी जाएगी. उसके बाद निगम कार्रवाई कर सकता है. बुधवार को ही विधायक समरी लाल पहुंचे थे. उन्होंने मांग की कि झारखंड सरकार इस घटना की न्यायिक जांच कराएं तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति मोर्चा के नेतृत्व में विधायक अमर बाउरी के नेतृत्व में राज्यपाल से मिलकर पीड़ित परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी और बीस लाख मुआवजे की मांग की गई है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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