धनबाद(DHANBAD): रांची सीआईडी क्राइम ब्रांच की सूचना पर धनबाद आर पी एफ को एक बड़ी सफलता मिली है. महिला से लाखों रुपए ठगने वाला साइबर अपराधी देश छोड़कर श्रीलंका भागने की तैयारी में था. लेकिन आरपीएफ की टीम ने धनबाद स्टेशन पर उसे घर दबोचा. रांची सीआईडी क्राइम ब्रांच ने बुधवार की शाम आरपीएफ के इंस्पेक्टर से संपर्क कर आरोपी को पकड़ने का अनुरोध किया था. उसके बाद यह सफलता मिली.
समीर ने महिला से 40 लाख की ठगी की थी
आरोपी युवक झरिया का रहने वाला है. उसका नाम समीर बताया गया है. समीर के खिलाफ इसी साल 25 जुलाई को रांची साइबर थाना में प्राथमिक दर्ज कराई गई थी. उसी के आधार पर यह कार्रवाई की गई. समीर शक्ति पुंज एक्सप्रेस से धनबाद से हावड़ा जाने की तैयारी में था. वहां से वह फ्लाइट से पहले चेन्नई और वहां से कोलंबो भागने के फिराक में था. बताया जाता है कि रांची सीआईडी क्राइम ब्रांच ने धनबाद आरपीएफ इंस्पेक्टर को समीर का फोटो भेजा.फोटो के आधार पर आर पी एफ की अलग-अलग टीमों ने धनबाद स्टेशन पर घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया. रांची क्राइम ब्रांच की टीम पकड़ने की सूचना पर धनबाद पहुंची और उसे अपने साथ ले गई. समीर महिला से लगभग 40 लाख रुपए की ठगी की थी. धनबाद की महिला से ट्रेडिंग के नाम पर करीब 40 लाख रुपए की ठगी के मामले में समीर को खोजा जा रहा था.
समीर के खाते में 10 दिन में देश के 20 राज्यों से करीब 95 लाख रुपए क्रेडिट हुए
क्राइम ब्रांच की टीम ने समीर के पास से बैंक अकाउंट ,सिम कार्ड सहित बहुत कुछ जब्त किया है. जांच में पता चला है कि समीर के खाते में 10 दिन में देश के 20 राज्यों से करीब 95 लाख रुपए क्रेडिट हुए हैं. समीर का कनेक्शन थाईलैंड के साइबर अपराधी गिरोह से है. धनबाद की महिला ने इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन देखा था. जिसमें निवेश करने पर मुनाफा का लालच दिया गया था. महिला को ट्रेडिंग अकाउंट खोलने और उसके जरिए निवेश करने को कहा गया. बताया गया कि निवेश के बदले 10 गुना मुनाफा दिया जाएगा. पीड़िता ने करीब 40 लाख निवेश किया. वह राशि साइबर अपराधी के खाते में गई. समीर ने क्राइम ब्रांच की टीम को बताया कि धनबाद मस्जिद के समीप रहने वाला युवक थाईलैंड में है .उसने ही उसका बैंक खाता नंबर समेत अन्य दस्तावेज लिया है. वह वहां से लोगों को ट्रेडिंग के नाम पर ठगी का शिकार बना रहा है. उसने उसे प्रलोभन दिया था कि उसके खाते में राशि आएगी. जितनी राशि आएगी उसका 5 से 10% उसे कमीशन दिया जाएगा. यानी साइबर ठगी करने वाले लगातार अपना तरीका बदल रहे हैं. लोगों को ठग रहे हैं. लोग भी उनके झांसे में आ रहे हैं और अपनी कमाई गवां दे रहे हैं.
धनबाद में रहकर विदेश के साइबर ठगों से इनका कनेक्शन बना हुआ है. धनबाद को तो लगता है कि साइबर ठगों ने अपना ठिकाना बना लिया है. पुलिस भी हाल के दिनों में ताबड़ तोड़ कार्रवाई कर कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. बावजूद उनका खेल जारी है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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