धनबाद(DHANBAD):कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की अपराधिक दुनिया बहुत दिनों की नहीं रही. 2010 में पहली बार वह जेल गया था. फिर वह शूटर बन गया और रविवार को धनबाद जेल में उसे गोलियों से छलनी कर दिया गया. जिस अपराधी ने गोली मारी है ,वह धनबाद जेल में ही किसी मामले में बंद है.
2010 में पहली बार वह जेल गया था
इस संबंध में सूत्रों का कहना है कि मुनीडीह की ऑफिसर्स कॉलोनी में 20 नवंबर को कई जगहों पर चोरी की घटना हुई थी. इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि एक संदिग्ध मुनिडीह मैदान के पास बैठा हुआ है. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो वह पकड़ा गया. उसके पास से एक बाइक बरामद हुई. पूछताछ करने पर उसने बताया था कि यह बाइक चोरी की है और एक व्यक्ति को वह बेचने आया था .
अमन सिंह पर गुजरात और बंगाल के नेताओं की हत्या में भी शामिल होने का आरोप था
पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत किया. उसके बाद उसे जेल भेज दिया गया. इसी पर आरोप है कि उसने अमन सिंह की हत्या की है.गुजरात और बंगाल के नेताओं की हत्या में भी शामिल होने का अमन सिंह पर आरोप था .धनबाद आने के बाद वह एक बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया था.इनके जरिए रंगदारी की वसूली करवाता था. इधर, आज अमन सिंह का पोस्टमार्टम हो सकता है. परिवार के लोग धनबाद पहुंच सकते हैं.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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