धनबाद(DHANBAD): झारखंड में अपराधी "अनकंट्रोल्ड" हो गए हैं. रविवार को डीजीपी अजय कुमार सिंह हजारीबाग में 5 जिलों के एसपी के साथ बैठक किया और उन्हें कड़ी निर्देश दिए. इस बैठक में हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा, चतरा और गिरिडीह के पुलिस अधिकारी मौजूद थे.
अपराधी पुलिस को दे रहे चुनौती
इधर, रामगढ़ के पतरातू में रविवार की रात ही एक कारोबारी को गोली मार दी गई. इसके पहले भी पतरातू में ही एटीएस के डीएसपी को गोली मार दी गई थी. यह सब तब हो रहा है जब झारखंड में अभी एटीएस विशेष अभियान पर है. 15 जुलाई से स्पेशल ड्राइव चल रहा है. दावे के मुताबिक अभी तक 230 अभियान चले. 338 के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए गृह विभाग को भेजा गया है. जो भी हो लेकिन अपराधी पुलिस के सामने हथियार डालने को तैयार नहीं दिख रहे है.वह लगातार घटना कर पुलिस को ललकार दे रहे है. यह बात सही है कि विशेष अभियान के तहत झारखंड एटीएस सक्रिय हुई है.
अमन सिंह के नेटवर्क को तोड़ने के लिए एटीएस की टीम उत्तर प्रदेश में
धनबाद कोयलांचल में सक्रिय कुख्यात अमन सिंह के नेटवर्क को तोड़ने के लिए झारखंड एटीएस की टीम उत्तर प्रदेश में डेरा डाले हुए है. पूर्वांचल में अमन सिंह से जुड़े अपराधियों की गतिविधियों का पता लगाया जा रहा है. एटीएस की टीम अमन सिंह के गृह जिला अंबेडकर नगर के साथ-साथ फैजाबाद, आजमगढ़, सुल्तानपुर से लेकर अन्य जिलों में फैले इस गिरोह के तार को कड़ी से कड़ी मिलाकर जोड़ रही है. पहले अमन सिंह का केस पार्टनर रहे अभिनव प्रताप सिंह और धर्मेंद्र प्रताप सिंह की अपराधिक गतिविधियों की भी खोज खबर ली जा रही है .
अमन सिंह और प्रिंस खान के भगोड़े गुर्गों के खिलाफ चल रही छापेमारी
वैसे झारखंड ATS धनबाद जेल में बंद अमन सिंह और दुबई में डेरा जमाए कुख्यात प्रिंस खान के भगोड़े गुर्गों की सूची तैयार की है. इस सूची में वैसे लोगों को शामिल किया गया है ,जो किसी न किसी रूप में प्रिंस खान गैंग से जुड़े हुए हैं. पिछले कई दिनों से झारखंड एटीएस धनबाद में कैंप कर रही है. जैसे-जैसे इनपुट मिल रहा है, एटीएस छापेमारी कर रही है. आसपास के जिलों सहित दूसरे राज्यों में भी लगातार छापेमारी हो रही है.
झारखंड एटीएस के पास प्रिंस गैंग के 73 और अमन सिंह के 80 अपराधियों की सूची
इधर ,धनबाद एसएसपी ने भी एक विशेष टीम बनाई है. यह टीम भी एटीएस के साथ कोआर्डिनेशन बनाकर काम कर रही है. झारखंड एटीएस के पास प्रिंस गैंग के 73 और अमन सिंह के 80 अपराधियों की सूची है. इनमें से 15 को विशेष तौर पर चिन्हित किया गया है. योजना के मुताबिक 15 के खिलाफ एटीएस की टीम हाथ धोकर पड़ी हुई है. वैसे लोग बताते हैं कि दोनों गैंग के लोकल लिंक के लड़के भूमिगत हो गए हैं. लेकिन पूरे झारखंड में अपराधी ताबड़तोड़ पुलिस को चुनौती दे रहे हैं. छोटे-छोटे अपराधी भी सक्रिय हो गए हैं .स्नैचिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं .चोरी की घटनाओं में तो इजाफा है ही ,देखना है कि झारखंड में 15 जुलाई से शुरू हुआ विशेष अभियान कितना सार्थक साबित होता है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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