धनबाद(DHANBAD) | आज 8 जनवरी है. 10 जनवरी से धनबाद -चंद्रपुरा पैसेंजर ट्रेन चलाने की घोषणा हुई है. इस बीच डीजीएमएस के महानिदेशक ने एक बार फिर कहा है कि धनबाद -चंद्रपुरा रेल लाइन को आज भी आग से खतरा है. कोयला खनन के कारण कोलकाता -नई दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी खतरा है. इसकी स्टडी की गई है. सर्वे रिपोर्ट के आधार पर रिस्क असेसमेंट के तहत काम किया जा रहा है. रेलवे भी सुरक्षा को ध्यान में रखकर ट्रेनों का परिचालन कर रही है. मतलब डीजीएमएस अभी भी अपनी पुरानी रिपोर्ट पर कायम है कि धनबाद- चंद्रपुरा रेल लाइन को आग से खतरा है. 10 जनवरी से इस लाइन पर धनबाद- चंद्रपुरा पैसेंजर ट्रेन कई सालों बाद लौटेगी. 10 जनवरी से परिचालन की मंजूरी मिल गई है. रेलवे ने धनबाद -चंद्रपुरा पैसेंजर ट्रेन के परिचालन के लिए टाइम टेबल भी जारी कर दिया है. रेल लाइन को आग से खतरा की वजह से 15 जून 2017 को ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे ने इस रेल लाइन को बंद कर दिया था. और कुल 19 सवारी रेल गाड़ियों एवं 20 जोड़ी मालवाहक ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया था.
बिना किसी वैकल्पिक रूट के निर्धारण के रेलवे के इस निर्णय ने सब को चौकाया था. डीजीएमएस की रिपोर्ट के आधार पर यह सब किया गया था. इसके बाद तो कतरास सहित धनबाद के लोग आंदोलन पर उतर आये. धीरे-धीरे यह आंदोलन जन आंदोलन बन गया. टाइम टेबल के अनुसार ट्रेन नंबर 03332 धनबाद -चंद्रपुरा पैसेंजर 17:05 बजे धनबाद से खुलेगी और 19.45 बजे चंद्रपुरा पहुंचेगी. आंदोलन को दबाने का जितना प्रयास हुआ यह उतना ही फैलता गया. कोयलांचल में इस आंदोलन ने इतिहास बनाया और रेलवे और सरकार को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना पड़ा. और रेल लाइन फिर से 6 'फ़रवरी '2019 से चालू हुई. कोई भरोसा नहीं कर रहा था की आंदोलनकारियों को सफलता मिलेगी. लेकिन हठी आंदोलनकारी , इतने टेक्निकल तथ्य जुगाड़ कर लिए थे कि जमीन पर आंदोलन चल रहा था और दूसरी टीम मंत्रियो,अधिकारियो से मिलकर फैक्ट्स बता रही थी .नतीजा हुआ की रेल लाइन चालू हो गई.और अब एक और महत्वपूर्ण ट्रेन दस जनवरी से चालू होने जा रही है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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