दुमका (DUMKA) : हर साल बुद्ध पूर्णिमा के दिन लोग दूर-दूर से बाबा को जल चढ़ाने बासुकीनाथ धाम पहुंचते हैं. बाबा के दरबार में इन दिनों लोगों की भारी-भीड़ दिखाई पड़ती है. लोग कई घंटों तक लाइन में लग कर बाबा का दर्शन करते हैं. इनमें से कई लोग तो ऐसे भी होते हैं जो सुलतानगंज से पैदल यात्रा कर बाबा मंदिर पहुंचते हैं. बताया जा रहा है कि करीब 1 लाख से भी ज्यादा लोग बाबा को जल चढ़ाने पहुंचे.
भीड़ को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इस दिन सुबह से ही शिव भक्तों का ताता लगा रहता है. इसे देखते हुए मंदिर प्रबंधन एवं जरमुंडी पुलिस प्रशासन के ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. भक्तों को पूजा करते व्यक्त किसी भी प्रकार की परेशानी न हो, और वो शांतिपूर्वक दर्शन कर सकें इसे लेकर मंदिर परिसर में बाबा मंदिर थाने की पुलिस को तैनात किया गया. बाबा मंदिर प्रशासन द्वारा कूपन की व्यवस्था भी की गई ताकि ये कूपन एक-एक घंटे के अंतराल पर जारी कर लोगों को प्रवेश करने की अनुमति मिलेगी.
जानिए क्या है बुद्ध पूर्णिमा का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सनातन धर्म में वैशाख माह को श्री नारायण की भक्ति के लिए उत्तम महिना माना गया है. महात्मा बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना गया है. बता दें कि पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्त्व है. ऐसे में हज़ारों श्रद्धालु पवित्र तीर्थ स्थलों में स्नान,दान कर पुण्य अर्जित करते हैं.
रिपोर्ट: सुतिब्रो गोस्वामी
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