देवघर: कैसे मिलेगी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, 11 स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए नहीं हैं एक भी शिक्षक

राज्य सरकार डिग्री कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद करने की पहल कर रही है. इससे पहले इंटरमीडिएट कॉलेज और प्लस टू स्कूलों में उपलब्ध व्यवस्था का आकलन सरकार द्वारा की जाएगी. ताकि नई व्यवस्था से विद्यार्थियों को कोई परेशानी ना हो. किसी भी राज्य का विकास वहां के शिक्षा पर भी निर्भर करता है. ऐसे में झारखंड राज्य में शिक्षा की क्या स्थिति है आप सिर्फ देवघर की स्थिति से ही अंदाजा लगा सकते हैं.

देवघर: कैसे मिलेगी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, 11 स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए नहीं हैं एक भी शिक्षक