रांची(RANCHI)- मनी लॉड्रिंग मामले में बिरसा मुंडा कारगार में बंद में मुख्य अभियंता वीरेन्द्र राम की मुश्किलें खत्म होती नहीं दिख रही है. आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वीरेन्द्र राम की ईडी की स्पेशल कोर्ट में पेशी हुई. जिसके बाद उसकी न्यायिक हिरासत की अवधि को 19 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया.
तीन बार रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है ईडी
यहां बता दें कि अब तक ईडी वीरेन्द्र राम को तीन बार रिमांड पर लेकर 12 दिनों की पूछताछ कर चुकी है, अब ईडी की कोशिश वीरेन्द्र राम से मिले इनपूट के आघार पर दूसरे बड़ी मछलियों तक पहुंचने की है. ध्यान रहे कि वीरेन्द्र राम से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर छापामारी के दौरान ईडी को करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति हाथ लगी थी. साथ ही करोड़ों रुपये के निवेश की जानकारी मिली थी. दिल्ली से बिहार तक उसकी परिसंपत्तियों का जाल फैला था.
क्या वीरेन्द्र राम ने उगल दिये सभी राज? अधिकारियों में बेचैनी की बनी वजह
दबी जुबान चर्चा इस बात की भी है कि वीरेन्द्र राम और राजकुमार राम ने ईडी के अधिकारियों के सामने अपने सारे राज उगल दिये हैं, अब इसी सूचना के आधार पर ईडी अपनी नयी तैयारी कर रहा है, ईडी के राडार पर अभी भी कई अधिकारी और राजनेता हैं, जिनका वरदहस्त वीरेन्द्र राम को मिलता रहा था, सूत्रों का दावा है कि इस खेल का किंग वीरेन्द्र राम नहीं होकर सफेदपोश है. जिनकी काली कमाई को सफेद करने की जिम्मेवारी वीरेन्द्र राम के कंधों पर थी.
लेकिन इन सफेदपोशों के खिलाफ कार्रवाई से पहले ईडी ठोस सबूत जुटाना चाहता है. इसके साथ ही उन्हे अपने उपर के अधिकारियों से संकेत का इंतजार है. संकेत मिलते ही एक बार फिर से झारखंड में छापेमारी की शुरुआत हो जायेगी.
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