धनबाद(DHANBAD): शुक्रवार को भी झरिया उबल रही है. कतरास मोड़ पर सड़क जाम है. पुलिस की घिग्घी बंधी हुई है. टायर जला कर सड़क जाम कर दी गई है. मृत निरंजन ताती के शव को सड़क पर रखकर नारेबाजी की जा रही है. झरिया पुलिस और झरिया विधायक नारेबाजी करने वालों के निशाने पर है. गुरुवार को सिंह मैंशन और रघुकुल समर्थकों के बीच हुई गोलीबारी में निरंजन तांती की मौत हो गई थी. इस घटना के विरोध में शुक्रवार को रोड जाम कर नारेबाजी की जा रही है. फिर साबित हुआ कि बूढ़ी हड्डियों वाली झरिया में अभी भी बहुत दम है. अगर ऐसी बात नहीं होती तो15 - 16 घंटे के भीतर फिर झरिया में गोली नहीं चलती. गुरुवार की सुबह 8 से 9 के बीच झरिया में सिंह मैंशन और रघुकुल के समर्थक टकरा गए. इस टकराहट में निरंजन ताती की जान चली गई. लगभग 8 लोग घायल हो गए. ताबड़तोड़ फायरिंग की गई, बम फोड़े गए, तलवारबाजी हुई, पत्थरबाजी की गई. यह सब करने का आरोप सिंह मेंशन और रघुकुल समर्थकों पर लगा. आरोप है कि कांग्रेस के समर्थक 3 दिन पहले भाजपा का दामन थाम लिया और यही से विवाद की शुरुआत हुई थी. मतलब विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के समर्थक भाजपा नेत्री रागिनी सिंह के पक्ष में आ गए.
महिला सकीना खातून के कंधे में लगी है गोली
नतीजा हुआ कि गुरुवार की सुबह गोलियों की आवाज़ से झरिया दहल उठी. इस घटना के बाद रागिनी सिंह ने मोर्चा संभाल लिया, कतरास मोड़ पहुंच गई, पुलिस अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई. घटनास्थल पर ही झरिया पुलिस को f.i.r. रिसीव करना पड़ा. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि झरिया के इंस्पेक्टर ने खुद आवेदन रिसीव कर प्राथमिकी दर्ज करानेवालों को दिया. इस बीच सूचना मिल गई थी निरंजन तांती को दुर्गापुर ले जाने के क्रम में आसनसोल में मौत हो गई, फिर तो तनाव बढ़ गया लेकिन पुलिस ने धैर्य का परिचय देते हुए स्थिति को संभाल लिया. इसके ठीक बाद रात लगभग 12 बजे के बाद झरिया के लोअर चौथाई कुली ,बावरी मोहल्ला में एक महिला को बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी. यह जगह भी सुबह के घटनास्थल के पास ही है. इस घटना में महिला सकीना खातून के कंधे में गोली लगी है. प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि यह महिला रात को पानी भरने के मकसद से नल खुला है अथवा नहीं, देखने गई थी कि बाइक सवार बदमाशों ने उसे गोली मार दी.
गोली क्यों मारी गई ,मकशद क्या था ,पुलिस कर रही है जाँच
गोली जानबूझकर मारी गई है अथवा किसी दूसरे पर फायरिंग करने के भ्रम में यह गोली चली है, यह तो पुलिस जांच में सामने आ सकता है. लेकिन इस घटना को भी सुबह की बमबारी से जोड़कर देखा जा रहा है. इस घटना के बाद से झरिया में और तनाव बढ़ गया है. घायल महिला को धनबाद के SNMMCH में भर्ती कराया गया है. हो सकता है कि गोली चलाने वाले दहशत फैलाने के लिए किसी के घर पर गोली चलाने की सोची हो और महिला को गोली लग गई हो. मामला चाहे जो भी हो लेकिन झरिया में इतने बड़े बवाल के मात्र 15 -16 घंटे बाद फिर फायरिंग की घटना ने झरिया के लोगों को तो दहशत में डाल ही दिया है. पुलिस के लिए भी एक चुनौती पेश कर दी है. देखना है कि झरिया में जो नए दौर का विवाद शुरू हुआ है, इसको पुलिस कैसे संभाल पाती है. वैसे सिंदरी अनुमंडल पुलिस सिंह मेंशन के निशाने पर है.
रिपोर्ट: शांभवी सिंह, धनबाद
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