रांची(RANCHI): भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने मुख्यमंत्री की जोहार यात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ठगबंधन के नेताओं को मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में खतियानी जोहार नहीं बल्कि माफी यात्रा निकालने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आखिर राज्य की जनता इनका अभिनंदन और जोहार क्यों करेगी. आखिर इस सरकार ने जनता को दिया क्या है?
राज्य सरकार से भाजपा के सवाल
उन्होंने कहा कि क्या राज्य में सत्ता के संरक्षण में सिर से पैर तक फैले भ्रष्टाचार के लिए जनता इनका अभिनंदन करे? क्या युवाओं को प्रतिवर्ष पांच लाख नौकरी और बेरोजगारी भत्ता नहीं देने के लिए इनका अभिनंदन करे? क्या किसानों को धान खरीदी नही करने, पुरानी लाभकारी योजनाओं को बंद करने के लिए जोहार करे? क्या महिलाओं बेटी बहनों के साथ दुष्कर्म का रिकॉर्ड बनाने, घरों में जलाकर मार दिए जाने के लिए अभिनंदन करे? क्या गरीबों का अनाज लुटवाने के लिए अभिनंदन करे? क्या एंबुलेंस, दवा के अभाव में दम तोड़ते गरीबों के लिए जोहार करे या आयुष्मान योजना की विफलता पर अभिवादन करे? क्या गरीबों के लिए नहीं बन रहे आवास के लिए जोहार करे? क्या ध्वस्त विधि व्यवस्था, रोज होती हत्याएं, चौपट बिजली व्यवस्था के लिए अभिवादन करे? क्या दलितों, आदिवासियों पर आए दिन बढ़ते अत्याचार के लिए अभिवादन करे?
भाजपा के आंदोलन से डरी सरकार
दीपक प्रकाश ने कहा कि दरअसल भाजपा के द्वारा गांव-गांव में सरकार की विफलताओं और उसके खिलाफ किए गए जोरदार प्रदर्शन, आंदोलन से यह सरकार पूरी तरह डर चुकी है. सत्ताधारी गठबंधन को जनता के आक्रोश का भूत डराने लग गया है, इसलिए ये नए-नए छलावा लेकर जनता को दिग्भ्रमित करने में जुट गए हैं. उन्होंने कहा कि जिस उपलब्धि को लेकर ये ढिंढोरा पीटने जा रहे हैं उसे खुद राज्य सरकार ने कानूनी पेचीदगियों में फंसा दिया है. उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि यह केवल दिखाने का दांत है. जनता को कोई लाभ देने की मंशा हेमंत सरकार की नहीं है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने सहयोगी दलों के साथ जनता से घूम-घूम कर माफी मांगनी चाहिए. ऐसे झारखंड की जनता इनकी नीति और नीयत को समझ चुकी है और अवसर आने पर जवाब देने के लिए भी तैयार है.
रिपोर्ट: रंजना कुमारी, रांची
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